Vastu Shastra tips : हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र में मोर पंख (Mor Pankh) को बहुत शुभ माना जाता है। घर में इसे सही दिशा में रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सुख-समृद्धि आती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर मोर पंख को गलत दिशा में रखा जाए तो यह फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है। अगर आप भी अपने घर में मोर पंख रख रहे हैं तो यह जानना जरूरी है कि इन्हें कहां रखना सबसे शुभ होगा।
यदि आप धन-संपत्ति में वृद्धि चाहते हैं और पारिवारिक सुख-शांति चाहते हैं तो पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में मोर पंख रखना सर्वोत्तम होता है। यह स्थान घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है और आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है। इन दिशाओं में मोर पंख रखने से घर में लक्ष्मी की सुगंध आती है और किसी भी तरह के आर्थिक संकट से बचने में मदद मिलती है।
यदि आपकी कुंडली में राहु की समस्या है तो मोर पंख को उत्तर-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। इससे राहु संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है और जीवन में स्थिरता आती है। इस उपाय को अपनाने से व्यक्ति के कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं तथा मानसिक शांति मिलती है। यदि आपकी कुंडली में राहु की समस्या है तो आप अपने महत्वपूर्ण कार्यों में प्रगति नहीं कर पाएंगे। आप हर काम में आलस्य दिखाते हैं और काम को टालते रहते हैं। इससे आपका बहुत समय बर्बाद होता है।
अगर आपके घर में पैसों की कमी है या आपका खर्च आपकी आय से अधिक है तो अपनी तिजोरी या जहां आप पैसे रखते हैं वहां मोर पंख रखना बहुत फायदेमंद होता है। इसे रखने से घर में धन का आगमन बढ़ता है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। इसके अलावा दांपत्य जीवन में प्रेम बनाए रखने के लिए बेडरूम की दक्षिण दिशा में मोर पंख रखना चाहिए। अगर पति-पत्नी के बीच लगातार झगड़े होते रहते हैं या रिश्ते में कड़वाहट बढ़ रही है तो मोर पंख का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे रिश्तों में प्रेम बढ़ता है, आपसी समझ बढ़ती है और वैवाहिक जीवन खुशहाल बनता है। पूजा कक्ष घर के उत्तर-पूर्व या ईशान कोण में बनाया जाता है और अक्सर लोग अपने पूजा कक्ष में मोर पंख रखते हैं, लेकिन वास्तु के अनुसार यह उचित नहीं है। इस दिशा में मोर पंख रखने से आर्थिक समस्या, कर्ज और परेशानियां आ सकती हैं। इसलिए इस गलती से बचें और मोर पंख को सही दिशा में रखें।
कुंडली में राहु को मजबूत करने के उपाय!
राहु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए नीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए। शराब और मांस का सेवन न करें। शिव साहित्य और शिव पुराण का पाठ करना चाहिए। सरस्वती की पूजा करनी चाहिए। यदि आप इन उपायों का पालन करेंगे तो आपकी कुंडली में राहु ग्रह मजबूत हो जाएगा। अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं, गरीबों को दान दें, राहु यंत्र स्थापित करें, रसोईघर में भोजन करें, शरीर में पानी की कमी न होने दें, शिव सहस्रनाम और हनुमान सहस्रनाम का पाठ करें, ज्ञान की देवी सरस्वती राहु की प्रिय देवी मानी जाती हैं, सरस्वती पूजा से राहु दोष भी दूर होता है, किसी भी तरह का नशा न करें, बुरी संगत से दूर रहें। इसके साथ ही इस मंत्र का जाप करें “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रीं सः राहवे नमः”
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Sun, Mar 09 , 2025, 10:40 PM