India Dangerous Weapons: पहलगाम हमले (Pahalgam attacks) के बाद भारत और पाकिस्तान (India and Pakistan) के बीच तनाव पैदा हो गया है। कारगिल युद्ध में भारत ने केवल बोफोर्स तोपों से ही पाकिस्तान को हराया था। इस युद्ध के 26 वर्ष बाद 1999 में भारत ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की। आज भारतीय सेना (Indian Army) बहुत ताकतवर है। वह महान शक्ति शत्रु के विनाश की गारंटी देती है।
अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी सैन्य शक्ति है। पाकिस्तान बारहवें स्थान पर है। इसका मतलब यह है कि भारत की ताकत पाकिस्तान से तीन गुना ज्यादा है। भारतीय सेना में 14.44 लाख सक्रिय सैनिक हैं। पाकिस्तान के पास 6.54 लाख सैनिक हैं। भारत में 25 लाख 27 हजार अर्धसैनिक बल हैं। पाकिस्तान के पास 5 लाख हैं। रिजर्व बल की बात करें तो भारत के पास 11.55 लाख सैनिक हैं जबकि पाकिस्तान के पास 5.5 लाख रिजर्व बल हैं।
जहां तक हथियारों की बात है तो भारत के पास टी-90 भीष्म और अर्जुन जैसे शक्तिशाली टैंक हैं। भारत के पास बड़ी संख्या में मोबाइल आर्टिलरी हैं, अर्थात ऐसी तोपें जिन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। भारत के पास पाकिस्तान से 1.6 प्रतिशत अधिक बंदूकें हैं।
पाकिस्तान के युग का K-9 वज्र
के-9 वज्र भारतीय सेना की एक शक्तिशाली तोप है। जो भारतीय सेना की मारक क्षमता को घातक बनाता है। के-9 वज्र एक 155 मिमी 52 कैलिबर की तोप है। इसका वजन लगभग 47 टन है। इतने वजन के साथ यह 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है। इसकी मारक क्षमता बहुत अधिक है। यह 28 से 38 किलोमीटर तक मार कर सकता है। के-9 वज्र तोप हर 30 सेकंड में 3 राउंड फायर करती है। इस तोप से पाकिस्तानी सेना का बच निकलना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा।
विध्वंसक 'भीष्म'
लद्दाख के पठारी क्षेत्र में जिस विनाशकारी टैंक की गर्जना से चीनी सैनिक भयभीत थे, वह टी-90 भीष्म टैंक है। इस भारतीय युद्धक टैंक की गर्जना ऐसी है कि यह पाकिस्तान का नक्शा बदलने की ताकत रखता है। इसमें 125 मिलीमीटर की स्मूथबोर गन लगी है। इसमें 7.62 मिलीमीटर की मशीन गन है। भीष्म टैंक से टैंक रोधी मिसाइलें दागी जा सकती हैं। यह चार किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकता है। रॉकेट और मिसाइलें इस बारे में कुछ नहीं कर सकते। यह 5 मीटर गहरे पानी से आसानी से गुजर सकता है। इसी टैंक ने लद्दाख में चीन की नींद उड़ा दी थी।
अर्जुन मुनीर ब्रिगेड के लिए खतरनाक
नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के डर का एक और कारण अर्जुन टैंक है। यह वीर योद्धा सटीक निशाने और अभेद्य कवच के साथ युद्ध के मैदान में दुश्मन का सफाया कर देता है। अर्जुन टैंक में 120 मिमी की राइफल वाली बंदूक है। अर्जुन उच्च विस्फोटक स्क्वैश हेड पर प्रहार कर सकता है। यह दुश्मन के टैंकों को भी नष्ट कर सकता है। यह 7.62 मिमी अक्षीय मशीन गन और 12.7 मिमी एंटी-एयरक्राफ्ट मशीन गन से लैस है। अर्जुन में कम्प्यूटरीकृत अग्नि नियंत्रण प्रणाली है। यह प्रणाली दिन और रात के साथ-साथ सभी मौसम की परिस्थितियों में सटीक निशाना साधने में सक्षम है। 1400 हॉर्स पावर वाला एमटीयू डीजल इंजन अर्जुन को 70 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचाता है।
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Sun, May 04 , 2025, 11:16 AM