असुरक्षित लोन के चलते भारतीय उपभोक्ताओं की कर्ज तक पहुंच हुई बेहतर

Thu, Dec 18 , 2025, 01:48 PM

Source : Hamara Mahanagar Desk

  • पर्सनल लोन एयूएम (एसेट अंडर मैनेजमेंट) 15.9 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचा यह साल दर साल के आधार पर 13% ज्यादा ; क्रेडिट कार्ड एयूएम 9% की सालाना ग्रोथ के साथ 3.4 लाख करोड़ रुपए पहुंचा
  • दुपहिया और कंज्यूमर ड्यूरेबल कर्ज का पोर्टफोलियो में क्रमशः 18% और 16% की सालाना आधार पर हुई ग्रोथ
  • सभी उत्पादों में नई सोर्सिंग तेज़ हुई, जिसमें उच्च टिकट साइज और पोर्टफोलियो गुणवत्ता में अहम सकारात्मक बदलाव हुए

मुंबई। एक वैश्विक डेटा और प्रौद्योगिकी कंपनी, एक्सपेरियन (Global data and technology company) ने आज अपनी नवीनतम क्रेडिट विश्लेषण -"असुरक्षित क्रेडिट, सितंबर 2025"  जारी किया।, यह रिपोर्ट पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड, दोपहिया वाहन लोन और कंज्यूमर ड्यूरेबल कर्ज सहित भारत में तेजी से बढ़ रहे असुरक्षित क्रेडिट परिदृश्य का विस्तृत दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है। निष्कर्ष बताते हैं कि प्रमुख उत्पादों में स्थिर पोर्टफोलियो प्रदर्शन और प्रारंभिक-चरण की चूक  में सुधार के कारण असुरक्षित लोन की मांग में निरंतर वृद्धि हुई है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही में नए कर्ज वितरण  में मजबूती देखने को मिली।  इसका कारण है—बढ़ते टिकट आकार, एनबीएफसी की बढ़ती भागीदारी, और कर्ज लेने वालों का के बेहतर भुगतान व्यवहार। भारत का अनसिक्योर्ड क्रेडिट माहौल अधिक परिपक्व हो रहा है। कर्जदाताओं द्वारा बेहतर अंडरराइटिंग प्रथाएँ अपनाई जा रही हैं।उपभोक्ताओं में बेहतर क्रेडिट अनुशासन दिख रहा है। मध्यम और उच्च टिकट वाले ऋणों की वृद्धि उपभोग और उपभोक्ता भरोसे में बढ़त को दर्शाती है। शुरुआती बकाया में सुधार से पोर्टफोलियो की मजबूती झलकती है। डिजिटल लेंडिंग, सेमी-अर्बन/टियर 3–4 बाजारों में बढ़ती क्रेडिट पहुंच और अधिक संरचित व पारदर्शी उधारी मॉडल भी इन रुझानों को समर्थन दे रहे हैं।
भारत में एक्सपेरियन के कंट्री मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष जैन (Managing Director Manish Jain) ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा,  "हम भारत के असुरक्षित ऋण क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव देख रहे हैं। मांग लगातार बढ़ रही है।  उपभोक्ता उच्च टिकट साइज़ की ओर बढ़ रहे हैं, और पुनर्भुगतान व्यवहार में लगातार सुधार हो रहा है। सभी उत्पादों में प्रारंभिक चूक में सुधार दर्शाता है कि उपभोक्ता और कर्जदाता दोनों ही अधिक जिम्मेदार  विकल्प चुन रहे हैं, जो एक परिपक्व क्रेडिट इकोसिस्टम की दिशा में सकारात्मक रुझान का संकेत देता है।" उन्होंने आगे कहा, "एक्सपेरियन के स्कोर, महत्वपूर्ण डेटा और उससे मिली जानकारी इन बदलावों का एक स्पष्ट, डेटा-आधारित दृष्टिकोण प्रदान करते हैं। इससे वित्तीय संस्थानों को जोखिम का प्रभावी ढंग से आकलन करने और जिम्मेदारी से क्रेडिट तक पहुंच का विस्तार करने में मदद मिलती है। जैसे-जैसे बाजार विकसित हो रहा है, हम पारदर्शिता, समावेशन और अनुपालन का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किए गए विश्वसनीय डेटा, उन्नत एनालिटिक्स और निर्णय लेने वाले प्लेटफॉर्म के साथ ऋणदाताओं को सशक्त बनाना जारी रखेंगे।"
1. पर्सनल लोन
2. -एयूएम बढ़कर 15.9 लाख करोड़  रुपए हो गया, जो सितंबर'25 तक सालाना आधार पर 13% ज्यादा था। 

  • सभी कर्जदाता श्रेणियों (निजी क्षेत्र के बैंक, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, एनबीएफसी) ने नई सोर्सिंग में सालाना आधार पर मजबूत  वृद्धि दर्ज की।
  • एनबीएफसी ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना जारी रखा, खासकर छोटे टिकट-साइज़ (1 लाख रुपए तक के) कर्जों में।
  • पिछली तिमाही की तुलना में औसत टिकट साइज़ में वृद्धि देखी गई।

प्रारंभिक-चरण की चूक का स्तर पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर हुआ।
2. क्रेडिट कार्ड

  • एयूएम बढ़कर 3.4 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो सितंबर'25 तक सालाना आधार पर  9% अधिक है।
  • लगातार तीन तिमाहियों की गिरावट के बाद नई स्वीकृत सीमा में 13% तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि हुई, सालाना आधार पर  मामूली कमी (1%) बनी हुई है।
  • शीर्ष 4 खिलाड़ी क्रेडिट कार्ड कंपनियां एयूएम पर हावी हैं, जिनकी पोर्टफोलियो हिस्सेदारी सालाना आधार पर 70% से बढ़कर 72% हो गई है।
  • बैंकों और वित्तीय संस्थानों में औसत क्रेडिट सीमा बढ़ी है।

सितंबर'25 तक नेट 90+ चूक 2.0% से सुधरकर 1.8% सालाना हो गई।
3. दुपहिया वाहन लोन

  • एयूएम बढ़कर 1.8 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो सितंबर'25 तक 18% सालाना वृद्धि दर्शाता है ।
  • वित्तीय वर्ष 2025-26 में नए कर्जों की स्वीकृत राशि में  सलाना आधार पर 9% की वृद्धि हुई।
  • एनटीसी (न्यू टू क्रेडिट) ग्राहकों से उच्च सोर्सिंग के कारण दोपहिया वाहन ऋण सेगमेंट में एनबीएफसी की मजबूत बाजार हिस्सेदारी है।
  • उच्च-टिकट कर्ज (1–2 लाख रुपए) का हिस्सा बढ़ना जारी रहा।

नेट 30+ चूक 6.2% से घटकर सालाना आधार पर 5.4% हो गई, हालांकि नेट 90+ अभी भी बढ़ा हुआ है।
4. कंज्यूमर ड्यूरेबल ऋण

  • एयूएम बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपए  हो गया, जो सितंबर'25 तक 16% की सालाना वृद्धि दर्शाता है। 
  • नए कर्जों की सोर्सिंग में सालाना 22% की वृद्धि हुई, जो असुरक्षित उत्पादों में सबसे तेज़ है।
  • मजबूत रिटेल पैठ के कारण एनबीएफसी ने कंज्यूमर ड्यूरेबल ऋण सोर्सिंग पर हावी होना जारी रखा।
  • 20,000 रुपए से कम के कर्जों का लोन वॉल्यूम  में लगभग 65% हिस्सा रहा।
  • नेट 30+ और नेट 90+ दरों दोनों में गिरावट से सिद्ध होता है कि पोर्टफोलियो चूक में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

एक्सपेरियन क्रेडिट इनसाइट्स - असुरक्षित ऋण, ऋणदाताओं को उपभोक्ता क्रेडिट व्यवहार और उभरते जोखिम पैटर्न का एक व्यापक, डेटा-आधारित दृष्टिकोण प्रदान करता है। एक्सपेरियन के एनालिटिक्स, क्रेडिट इंटेलिजेंस और गहन उद्योग विशेषज्ञता का लाभ उठाकर, वित्तीय संस्थान निर्णय लेने की क्षमता बढ़ा सकते हैं, पोर्टफोलियो प्रदर्शन को मजबूत कर सकते हैं और जिम्मेदार क्रेडिट वृद्धि का समर्थन कर सकते हैं। एक्सपेरियन भारत के लिए वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और अधिक पारदर्शी, कुशल और लचीला क्रेडिट इकोसिस्टम को सक्षम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups