गांधीनगर। भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय महत्व के संस्थान, गुजरात में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (RRU) गांधीनगर ने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, सुरक्षा और सामरिक भाषा स्कूल (SICSSL) द्वारा आयोजित भारतीय विदेश सेवा अधिकारी प्रशिक्षुओं के लिए एक गतिशील और बौद्धिक रूप से गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन किया।
आरआरयू की ओर से बुधवार को बताया गया कि यह कार्यक्रम युवा राजनयिकों को विदेश नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक शासन में अत्याधुनिक रणनीतिक दृष्टिकोण और अंतर-विषयक अंतर्दृष्टि से लैस करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारत के प्रमुख रणनीतिक, शैक्षणिक और रक्षा संस्थानों के कई प्रतिष्ठित वक्ताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के उपाध्यक्ष और एसआईसीएसएसएल में विजिटिंग फैकल्टी प्रो. हर्ष वी. पंत का एक विशिष्ट व्याख्यान शामिल था, जिन्होंने ‘अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली में ध्रुवीयता के भविष्य’ पर एक गहन विश्लेषण प्रस्तुत किया। लेफ्टिनेंट जनरल डी.पी. पांडे, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वीएसएम (Retd) द्वारा ‘एकीकृत राष्ट्रीय शक्ति की दिशा में साइलो को तोड़ना और तालमेल बनाना’ पर एक विचारोत्तेजक व्याख्यान दिया गया, जिसमें रणनीतिक मामलों में पूरे देश के दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया गया।
लेफ्टिनेंट जनरल संजय वर्मा (सेवानिवृत्त), पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, बार टू वीएसएम, डीआरडीओ चेयर और आरआरयू में एमेरिटस रिसोर्स फैकल्टी ने ‘भारत की रक्षा नियति और आत्मनिर्भर भारत’ पर अपने सत्र से प्रतिभागियों को प्रेरित किया। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) के सदस्य, रियर एडमिरल मोंटी खन्ना (सेवानिवृत्त) ने भारत की हिंद- प्रशांत आकांक्षाओं के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र, समुद्री सुरक्षा और सामरिक समुद्री शक्ति पर अपनी प्रस्तुति के माध्यम से चर्चा को समृद्ध किया।
तक्षशिला संस्थान के उप निदेशक, प्रणय कोटस्थाने ने ‘उच्च तकनीक भू-राजनीति: रुझान और मूल्यांकन’ पर एक अत्यंत आकर्षक व्याख्यान दिया, जिसमें उभरती प्रौद्योगिकियों, सुरक्षा और वैश्विक प्रभाव के अंतर्संबंधों पर प्रकाश डाला गया। भारत की अंतर्राष्ट्रीय पहुँच के एक महत्वपूर्ण आयाम पर आरआरयू में भारत ओलंपिक अनुसंधान केंद्र के निदेशक डॉ. उत्सव चावरे (Dr. Utsav Chaware) ने ‘ओलंपिक, खेल कूटनीति और वैश्विक संबंध’ पर प्रस्तुति दी, जिसमें खेलों को वैश्विक सॉफ्ट पावर के एक उभरते हुए साधन के रूप में रेखांकित किया गया।
कार्यक्रम में आकांक्षा सक्सेना और हरीश चौधरी द्वारा एक ज्ञानवर्धक सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें तकनीकी कूटनीति और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया और एक जिम्मेदार और सक्रिय डिजिटल शक्ति के रूप में भारत की आकांक्षाओं का मानचित्रण किया गया। प्रशिक्षण का एक मुख्य आकर्षण एसआईसीएसएसएल की निदेशक डॉ. अपर्णा वर्मा का व्याख्यान था, जिन्होंने संस्थागत और रणनीतिक लेंस के माध्यम से ‘सुरक्षा स्पेक्ट्रम: राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवचन’ की खोज की। उनके सत्र ने राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवचनों और राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन से जुड़े मुख्यधारा के आईआर सिद्धांतों को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण रूपरेखा प्रदान की।
के राजारमन, आईएएस, अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (IFSCA) ने ‘वैश्विक आर्थिक और वित्तीय व्यवस्था में भारत का रणनीतिक उदय’ पर एक समग्र विश्लेषण प्रदान किया। समापन सत्र ने इस परिवर्तनकारी यात्रा की परिणति को चिह्नित किया। राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. बिमल एन. पटेल द्वारा एक विशेष व्याख्यान दिया गया, जिनके दूरदर्शी नेतृत्व और व्यक्तिगत भागीदारी ने कार्यक्रम को समृद्ध बनाया। अपने संबोधन में, कुलपति ने निम्नलिखित प्रमुख विषयों पर प्रकाश डाला। ‘संयुक्त राष्ट्र चार्टर के 80 वर्ष: बहुपक्षवाद की आधारशिला तैयार करना’; विवादों के शांतिपूर्ण समाधान को सुदृढ़ करना, अंतर्राष्ट्रीय कानून द्वारा निर्देशित अंतर्राष्ट्रीय संबंध और राष्ट्रों के बीच अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देना और पूरे पाठ्यक्रम के दौरान अपने अटूट ज्ञान से अधिकारी प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन किया।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Wed, Jul 09 , 2025, 10:15 PM