जालोर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) ने राज्य में जल संरक्षण के लिए चलाये जा रहे ‘वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान’ (Vande Ganga Water Conservation-Public Campaign) को प्रकृति को सहेजने एवं संस्कृति को सम्मान देने का अवसर बताते हुए कहा है कि इसके तहत अब तक प्रदेशभर में आयोजित लगभग डेढ़ लाख गतिविधियों में एक करोड़ 10 लाख नागरिकों की भागीदारी रही है।
शर्मा बुधवार को जालोर में सीलू घाट पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा गत पांच जून को पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरे के शुभ संयोग पर प्रारंभ हुआ यह अभियान अपार जनसहयोग से जन-जन का अभियान बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में नदी, पहाड़ एवं प्रकृति को पूजा जाता है तथा ‘वंदे गंगा’ जल संरक्षण-जन अभियान प्रकृति को सहेजने के साथ ही संस्कृति को सम्मान देने का अवसर है। उन्होंने सभी का आह्वान किया कि वे सभी जल संचयन एवं पौधरोपण का संकल्प लेकर प्रदेश को हरियालो राजस्थान बनाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के तहत अब तक 20 हजार से अधिक जल स्रोतों के साथ ही लगभग 17 हजार कार्यालयों, अस्पतालों एवं विद्यालयों की साफ-सफाई की गई। इस अभियान में सात हजार पूर्ण कार्यों का अवलोकन-लोकार्पण हुआ और दो हजार 200 नए कार्यों का शुभारंभ भी किया गया है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण गतिविधियों के अन्तर्गत लगभग 33 हजार स्थानों पर श्रमदान के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान 20 जून तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि आगामी समय में जल संरक्षण के क्षेत्र में प्रेरणा स्रोत के रूप में उभरेगा।
श्री शर्मा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए राजस्थान के जालोर एवं बाड़मेर के लिए नर्मदा नदी का पानी उपलब्ध कराया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल की आवश्यकता के मद्देनजर हमारी सरकार ने डेढ़ वर्ष के समय में प्रदेश को जल संपन्न बनाने की दृष्टि से ऐतिहासिक निर्णय लिए है। उन्होंने कहा कि रामजल सेतु लिंक परियोजना के माध्यम से प्रदेश के 17 जिलों को पेयजल एवं सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। इसी तरह शेखावाटी क्षेत्र के लिए यमुना जल समझौते को मूर्त रूप दिया जा रहा है। राज्य सरकार इंदिरा गांधी नहर परियोजना के सुदृढ़ीकरण के लिए कार्य कर रही है ताकि गंगानगर, हनुमानगढ़ से लेकर बाड़मेर, जालोर को भरपूर पानी मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी तरह दक्षिणी राजस्थान के जिलों में जल उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए देवास परियोजना पर कार्य कर रही है। आने वाले समय में हमारी सरकार चंबल, माही और साबरमती नदियों के अधिशेष जल का प्रदेश में ही उपयोग सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के माध्यम से प्रवासी राजस्थानी भी जल संरक्षण में अहम योगदान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को कृषि कार्यों के लिए भरपूर पानी एवं बिजली उपलब्ध तथा महिला शिक्षा से लेकर उनके रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के निरन्तर प्रयास कर रही है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार अपने हर एक संकल्प को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि देश में वर्ष 2014 के बाद ‘गरीबी हटाओं’ के नारों की बजाय गरीब कल्याण की दिशा में कार्य हुए हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान के तहत सीलू घाट पर नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन किए तथा मां नर्मदा की पूजा-अर्चना एवं आरती करते हुए प्रदेश की खुशहाली एवं सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर स्थित वाटिका में पीपल का पौधा लगाकर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री डा प्रेमचंद बैरवा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, सांसद लुम्बाराम चौधरी, विधायक जीवाराम चौधरी एवं छगनसिंह राजपुरोहित सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आमजन मौजूद थे।
जो
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Wed, Jun 18 , 2025, 08:47 PM