भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी (Mohan Charan Majhi) ने बुधवार को कहा कि ओडिशा की सांस्कृतिक समृद्धि में आदिवासी संस्कृति का विशेष स्थान है। माझी ने राज्य सरकार के प्रथम वर्ष के अवसर पर बारीपदा के छाऊ पोडिया में आयोजित राज्य स्तरीय आदिवासी शक्ति समावेश का उद्घाटन करते हुए कहा कि अगले 11 वर्षों में समृद्ध ओडिशा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य की 40 प्रतिशत आबादी वाले आदिवासियों और अनुसूचित जातियों का विकास किया जाना जरुरी है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति विकास तथा अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के तत्वावधान में आयोजित इस 'आदिवासी शक्ति समावेश' में संस्कृति और परंपरा का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है। माझी ने कहा कि इस सम्मेलन ने राज्य के सभी आदिवासी समुदायों को एक साथ लाने और उन्हें एक-दूसरे की संस्कृति से परिचित कराने का अवसर प्रदान किया है। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आदिवासी समुदाय की सभी समस्याओं और जरूरतों का समाधान हो।
उन्होंने कहा,“ हम उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज मयूरभंज से आदिवासी समुदाय के सात विधायक इस जिले का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। सम्मान की बात करें तो मयूरभंज के एक सामान्य परिवार की बेटी तमाम बाधाओं के बावजूद आज देश की प्रथम नागरिक है और राष्ट्रपति के रूप में देश का नाम रोशन कर रही है।”
श्री माझी ने कहा कि मुख्यमंत्री आदिवासी आजीविका मिशन (Adivasi Ajeevika Mission) के तहत 1.45 लाख आदिवासी परिवारों की आजीविका और आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। कृषि, सिंचाई और पशुपालन के माध्यम से लाखों आदिवासी परिवारों की स्थिति में सुधार हुआ है। आदिवासी छात्रों के लिए शिक्षा को और अधिक सुलभ बनाने के लिए माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर पर शहीद माधो सिंह हठ योजना शुरू की गई है। आवासीय विद्यालयों को आधुनिक शैक्षणिक संस्थानों में उन्नत करने के लिए शहीद लक्ष्मण नायक आदर्श आश्रम विद्यालय योजना के लिए 100 करोड़ रुपये का परिव्यय रखा गया है।राज्य को 'विकसित ओडिशा, विकसित भारत' का चैंपियन बनाने के उद्देश्य से पीएम-जनमन योजना को राज्य में बढ़ावा दिया जा रहा है।
यह अभियान राज्य के 14 जिलों के 1679 गांवों में रहने वाले 2,94,712 लोगों, खासकर पिछड़े वर्गों (PVTGs) तक पहुंचेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने क्रमशः 100 करोड़ रुपये और 50 करोड़ रुपये की लागत से आदिवासी संस्कृति और विरासत भवन तथा आदिवासी भाषा संस्थान की आधारशिला रखी है। इस अवसर पर श्री माझी ने आदिवासी लोकगीत, संस्कृति और कला तथा परंपरा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभिन्न आदिवासी समुदायों के व्यक्तियों को सम्मानित किया। स्कूल एवं जन शिक्षा मंत्री नित्यानंद गंड, आवास एवं शहरी विकास मंत्री कृष्ण चंद्र महापात्रा, वन एवं पर्यावरण मंत्री गणेश राम सिंह खुंटिया, मयूरभंज जिले के सांसद एवं विधायक सम्मेलन में शामिल हुए।
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Wed, Jun 18 , 2025, 06:33 PM