Why married women wear toe ring: सनातन धर्म में महिलाओं को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) को सदैव आभूषणों से सुसज्जित किया जाता है। यह तो सभी जानते हैं कि महिलाओं के जीवन में आभूषणों का विशेष महत्व है। महिलाओं के आभूषणों को न केवल आभूषण के रूप में देखा जाता है, बल्कि इसे देवी लक्ष्मी के आशीर्वाद के रूप में भी देखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जिस घर की महिलाएं सुंदर आभूषणों से सुसज्जित रहती हैं, वहां हमेशा सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है और साथ ही देवी लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है। हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जिस घर में खुशहाल माहौल बना रहता है, वहां कभी धन की कमी नहीं होती।
शादी के बाद महिलाएं पायल पहनती हैं। यह जोड़ा विवाहित महिलाओं के लिए सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। हिंदू धर्म में कई मान्यताएं और परंपराएं पैर की अंगूठी से जुड़ी हुई हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पायल को चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि जिस घर की महिला आभूषणों से सुसज्जित होती है, उस घर में कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती है और साथ ही उस घर के सदस्यों के बीच प्रेम और स्नेह भी बढ़ता है।
विवाहित महिलाएं हमेशा पैरों में बिछिया पहनती हैं, लेकिन अगर यह बिछिया उनकी उंगली से खो जाए तो क्या होगा? यह प्रश्न उठना स्वाभाविक है। ऐसा माना जाता है कि बिच्छू खोना शुभ नहीं माना जाता है, यह जीवन में कुछ अशुभ होने का संकेत देता है। जानें वे तीन संकेत क्या हैं। ऐसा कहा जाता है कि एक पैर खोना पति के स्वास्थ्य से संबंधित संकेत हो सकता है, अर्थात भविष्य में उसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं (Health related problems) का सामना करना पड़ सकता है। यह इस बात का संकेत हो सकता है कि पति बीमार है। यह भी कहा जाता है कि अगर कोई जोड़ा फिसलकर खो जाए तो यह संकेत देता है कि पति की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है। यह पति की संपत्ति या नौकरी की हानि का संकेत देता है। ऐसा माना जाता है कि बिच्छू का खो जाना इस बात का संकेत हो सकता है कि पति कर्ज में है। यानि महिलाओं के लिए यह सिर्फ एक आभूषण नहीं बल्कि आस्था और परंपरा का एक रूप है, इसलिए महिलाओं को अपनी पायल को संभालकर रखना चाहिए, हो सके तो उसे खोना नहीं चाहिए और अगर खो जाए तो उसे ढूंढने का प्रयास करना चाहिए। यदि आपको वह अंगूठी न मिले तो तुरंत दूसरी अंगूठी पहन लें। बार-बार पैर बदलना भी उचित नहीं माना जाता।
पैरों में चांदी पहनने के कई फायदे हैं। यह न केवल फैशनेबल है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है। चांदी रक्त परिसंचरण में सुधार करती है, दर्द को कम करती है और प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करती है। पैरों में चांदी पहनने से रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे पैरों को पर्याप्त रक्त की आपूर्ति होती है और ठंड या दर्द कम होता है। चांदी में सूजनरोधी गुण होते हैं, जो पैरों के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। चांदी एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है, इसलिए यह प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करती है। चांदी सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने में मदद करती है, जिससे व्यक्ति को तनाव और अवसाद कम करने में मदद मिलती है। चांदी शरीर के तापमान को संतुलित रखने में मदद करती है। चांदी पहनने से मन की बेचैनी कम होती है और शांति बनी रहती है।
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Wed, Apr 23 , 2025, 07:58 PM