Smartwatch Side Effects: इन दिनों स्मार्ट घड़ियाँ (Smart watches) चलन में हैं। कलाई पर पहनी जाने वाली स्मार्ट घड़ी आकर्षक तो लगती ही है, साथ ही कई लाभ भी प्रदान करती है। यही कारण है कि कई लोग इन स्मार्टवॉच पहनना पसंद करते हैं। हालांकि यह सच है कि स्मार्टवॉच के अपने फायदे हैं, लेकिन वे उतने ही खतरनाक भी हैं। स्मार्टवॉच, जो कई कारणों से फायदेमंद है, जीवन के लिए खतरनाक भी हो सकती है। देखें के कैसे।
आजकल 10 में से 7 से 8 लोगों के हाथ में स्मार्टवॉच जरूर होती है। स्मार्ट घड़ी का चलन अभी शुरू ही हुआ है। कलाई पर पहनी जाने वाली स्मार्टवॉच आकर्षक लगती है और इसके कई फायदे भी हैं। कई लोग इस स्मार्टवॉच को बड़े आनंद से पहनते हैं। हालांकि यह सच है कि स्मार्टवॉच के अपने फायदे हैं, लेकिन कुछ लोगों को यह नहीं पता होगा कि वे खतरनाक भी हैं। कलाई पर बंधी यह स्मार्टवॉच जानलेवा भी हो सकती है। स्मार्ट घड़ियों का स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है। विश्व के कुछ ब्रांडों की स्मार्ट घड़ियाँ जानलेवा बीमारियों का कारण बन रही हैं। कहा जा रहा है कि ऐसी स्मार्ट घड़ियों से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
हाल ही में, संयुक्त राज्य अमेरिका में 15 स्मार्टवॉच ब्रांडों का अध्ययन किया गया। इस अध्ययन में पाया गया कि स्मार्ट घड़ियों के निर्माण में कुछ खतरनाक रसायनों का उपयोग किया गया था। यह पता चला कि इसमें परफ्लुओरोऑक्टाइल और पॉलीफ्लुओरोऑक्टाइल जैसे खतरनाक रसायन मौजूद थे। खतरनाक रसायन निश्चित रूप से कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं।
हालाँकि, एप्पल ने इस पर अपनी राय व्यक्त की है। स्मार्ट वॉच कंपनी एप्पल के अनुसार, उनके उत्पादों में फ्लोरोएलास्टोमर नामक पदार्थ का उपयोग किया जाता है। फ्लूरोइलास्टोमर एक सिंथेटिक रबर है जो शरीर के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करता है। इसमें फ्लोरीन होता है और इसमें PFAS नामक खतरनाक रसायन नहीं होता। कंपनी ने कहा है कि इस स्मार्टवॉच में प्रयुक्त रसायनों का उपयोग उत्पादन में तभी किया जाता है जब यह सुनिश्चित कर लिया जाता है कि वे मानव स्वास्थ्य के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करते हैं।
एप्पल की स्मार्टवॉच के निर्माण में प्रयुक्त सिंथेटिक रबर में 'पीएफएएस' नामक रसायन होता है, जिसका गुप्त रूप से उपयोग किया जाता है। याचिकाकर्ताओं ने अपनी याचिका में कहा है कि इससे जानलेवा बीमारियों का खतरा पैदा हो सकता है। अब यह बहस और उचित शोध का विषय बन गया है। यह भी कहा जाता है कि स्मार्ट घड़ियों में इस्तेमाल होने वाले खतरनाक रसायनों से गुर्दे से संबंधित बीमारियां, प्रजनन संबंधी समस्याएं और मूत्राशय कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Fri, Jan 31 , 2025, 01:00 AM