नई दिल्ली: दुनिया भर में समृद्धि का प्रतीक (symbol of prosperity) सोना प्राचीन काल से ही लोगों को आकर्षित करता रहा है। भारत में सोने का विशेष महत्व है। कोई भी बड़ा त्योहार हो या शादी, उपहार में सोने के आभूषण (gold jewellery) दिए बिना पूरा नहीं होता। इतना ही नहीं, सोना एक 'सुरक्षित संपत्ति (safe asset)' के रूप में भी अपनी अलग पहचान रखता है।
हालांकि, पिछले कुछ सालों में सोने की कीमत में रिकॉर्ड बढ़ोतरी (record increase) देखी गई है। पिछले 7 साल में सोने की कीमत (price of gold) दोगुनी हो गई है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आगे भी कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहेगी। सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के साथ, क्या कारण हैं कि सोने की कीमतें बढ़ रही हैं? चलो पता करते हैं। जानकारों के मुताबिक जिस तेजी से सोने की कीमतें बढ़ रही हैं, उससे इस साल दिवाली तक सोने की कीमत 74,000 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार जा सकती है। वैश्विक विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना जल्द ही 2,350 डॉलर से 2,400 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगा।
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी से उन लोगों को फायदा हुआ है जिनके पास पहले से ही सोना है। क्योंकि अगर किसी ने 5 साल पहले सोने में निवेश किया था तो उसका पैसा लगभग दोगुना हो गया है। वहीं, इस बढ़ी हुई कीमत से गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड ईटीएफ, सोने के सिक्के या आभूषण खरीदने वालों को भी फायदा हुआ है। दूसरा फायदा यह है कि सोने पर ज्यादा गोल्ड लोन मिलेगा। कीमतों में बढ़ोतरी से बैंक अधिक ऋण दे सकेंगे।
हालांकि कई लोग सोना खरीदना तो चाहते हैं लेकिन खरीद नहीं पाते। शादियों का सीजन होने के कारण सोना खरीदने वालों का बजट बढ़ जाएगा। सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का असर ज्वेलरी कारोबार पर भी पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे आभूषणों की मांग कम हो जायेगी।
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हैं, जिनमें दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा बड़े पैमाने पर सोने की खरीदारी भी शामिल है। वर्तमान में, केंद्रीय बैंकों के पास 1,037 टन सोने का भंडार है। साथ ही, इजराइल, हमास, रूस और यूक्रेन सहित पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की आशंका के कारण सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ रही है। शादी का सीजन शुरू होने के साथ ही भारत में सोने की भारी मांग बढ़ गई है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमजोर रुपये ने सोने का आयात महंगा कर दिया है। इससे सोने की कीमत में बढ़ोतरी हुई है।
2020 में कोरोना के कारण सोना नई ऊंचाई पर पहुंच गया। लॉकडाउन के कारण अनिश्चितता और मंदी की आशंका से सोने को बल मिला। यह चलन रुकने का कोई संकेत नहीं दिख रहा है। दुनिया भर में बढ़ते तनाव के कारण केंद्रीय बैंक भी बड़ी मात्रा में सोना खरीद रहे हैं। इसलिए मांग में तेजी से बढ़ोतरी के कारण कीमत में बढ़ोतरी हो रही है।
साथ ही भारत के लोगों को सोने से विशेष प्रेम है। भारत में निवेश के माध्यम के रूप में भी सोना बहुत महत्वपूर्ण है। हालाँकि, सोने के आभूषणों की मांग न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में है। भारत में शादियों का सीजन जून महीने तक चलता है। इस दौरान खूब सोना खरीदा जाता है, इसलिए इन महीनों में सोने की मांग 10 फीसदी तक बढ़ सकती है, ऐसी संभावना विशेषज्ञ जता रहे हैं।
वैश्विक मंदी आने पर सोने और चांदी की कीमतें बढ़ जाती हैं। सुरक्षित निवेश के तौर पर सोना सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है। इसलिए लोग सोने में निवेश करते हैं जब अर्थव्यवस्था में तेजी आती है तो सोने की कीमत गिर जाती है। इसलिए यह देखना जरूरी है कि क्या आने वाले समय में सोने की कीमत में और बढ़ोतरी होगी।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Thu, Apr 11, 2024, 03:37