हैदराबाद। हैदराबाद के एल वी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट (LVPEI) की सलाहकार नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. स्वप्ना शानभाग ने होली के दौरान आंखों में जलन से बचने (eye irritation) के लिए जैविक गुलाल (organic gulal) का उपयोग करने की सलाह दी है।
एक बयान में, डॉ. स्वप्ना ने इस बात पर प्रकाश डाला कि होली के कई रंगों में सीसा, क्रोमियम और पारा जैसे हानिकारक पदार्थों की मिलावट हो सकती है, जो आंखों में जलन, लालिमा और यहां तक कि कॉर्नियल क्षति का कारण बन सकते हैं। उन्होंने आंखों को तेज छींटों से बचाने के लिए धूप का चश्मा पहनने की सलाह दी और होली खेलने के दौरान आंखों को नुकसान पहुंचाने वाले रंग से बचने की सलाह दी।
डॉ. स्वप्ना ने पानी के गुब्बारों का सीधे सामना करने या भीड़ वाले समारोहों में अचानक होने वाली गतिविधियों से आंखों की संभावित चोटों से बचने के लिए भी आगाह किया। उन्होंने आंखों की नमी बनाए रखने के महत्व पर बल दिया और सुझाव दिया कि अगर आंखों में गलती से भी रंग चला जाए तो तुरंत गुनगुने पानी से आंखों को धोएं।
उन्होंने आंखों की थकान और परेशानी को कम करने के लिए, होली के दौरान सूरज की रोशनी के सीधे संपर्क में कम आने के लिए छायादार क्षेत्रों में जाने की सिफारिश की। डॉ. स्वप्ना ने कहा,“खुशी के रंगों को गले लगाओ! एलवीपीईआई आपको और आपके परिवार को एक जीवंत और खुशहाल होली की शुभकामनाएं देता है।”
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Mon, Mar 25 , 2024, 03:14 AM