जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam in Jammu and Kashmir) में 22 अप्रैल को आतंकी हमला (Terrorist attack) हुआ। इसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई। पाकिस्तान में आतंकवादियों (terrorists in pakistan) ने पर्यटकों को निशाना बनाया। मांग की गई कि भारत को पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। आज यानी 7 मई को आतंकी हमले (Terrorist attacks) के 14 दिन बाद पाकिस्तान ने जवाब दिया है। भारत ने पाकिस्तान में 9 जगहों पर हवाई हमले किए हैं। लेकिन इन 9 स्थानों को क्यों चुना गया? हर किसी के मन में यह सवाल है। आइये जानें इसके पीछे का कारण...
भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में मुजफ्फराबाद, कोटली, गुलपुर, बिंबर और सियालकोट, चक अमरू, मुरीदके, बहावलपुर सहित 9 स्थानों पर हवाई हमले किए। लेकिन हर कोई सोच रहा है कि इन 9 जगहों को ही क्यों चुना गया।
सियालकोट
सियालकोट भारत-पाकिस्तान सीमा पर आतंकवाद का गढ़ है। यह क्षेत्र आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र माना जाता है। यह स्थान भारत में जम्मू सीमा के निकट है। इसलिए इसे हथियारों और आतंकवादियों के प्रवेश द्वार के रूप में महत्वपूर्ण माना जाता है।
चक अमरू
पंजाब से भारत में आतंकवादियों का प्रवेश द्वार चक अमरू से होकर जाता है। यह वह स्थान है जिसका उपयोग भारत में हथियार और आतंकवादियों को भेजने के लिए किया जाता है। यह भी बताया गया कि इसका इस्तेमाल ड्रोन और तस्करी के जरिए भारत में प्रवेश के लिए किया जा रहा था। इसलिए, हवाई हमले के लिए इस स्थान को चुना गया।
भुमर
भीमबेर आतंकवादी घुसपैठ के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। भारतीय सेना के अभियानों के दौरान यहां कई गतिविधियां दर्ज की गईं। इसलिए कहा जा रहा है कि आतंकवादियों ने इसी स्थान पर हमला करने का फैसला किया है।
गुलपुर
गुलपुर को आतंकवादी लॉन्च पैड के रूप में जाना जाता है। इस स्थान का उपयोग भारत में हथियारों और आतंकवादियों की तस्करी के लिए किया जाता है। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, यहां आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा पार करने के लिए तैयार रखा गया है।
कोटली
कोटली में एक आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर संचालित है। इस क्षेत्र को फैक्ट्री कहा जाता है जहां नए आतंकवादी तैयार किए जाते हैं। इस स्थान का उपयोग जैश, लश्कर और हिजबुल द्वारा संयुक्त अभियानों के लिए किया जाता रहा है। यहां जंगल युद्ध का प्रशिक्षण दिया जाता है। नियंत्रण रेखा के पास एक प्रशिक्षण केंद्र भी स्थित है।
मुज़फ़्फ़राबाद
मुजफ्फराबाद को पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवाद का केंद्र माना जाता है। यहां हिज्बुल के आतंकवादियों को प्रशिक्षण दिया जाता है। इसे घुसपैठ का एक महत्वपूर्ण मार्ग माना जाता है।
मुरीदके
लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरीदके में स्थित है। यहीं पर 26/11 के आतंकवादी हमले की योजना बनाई गई थी। यह जमात-उद-दावा के नाम से संचालित एक कट्टरपंथी केंद्र है। लश्कर-ए-तैयबा यहीं से अपने वित्तीय, धार्मिक और हथियार प्रशिक्षण अभियान चलाता है। भारत में बड़े-बड़े तख्तापलट की योजनाएँ यहीं से बनती हैं।
बहावलपुर
बहावलपुर मसूद अजहर का गढ़ है। यह जैश-ए-मोहम्मद का सबसे सक्रिय अड्डा भी है। पठानकोट और पुलवामा हमलों के मास्टरमाइंड यहीं से सक्रिय थे। यहां मदरसे, प्रशिक्षण केंद्र और भर्ती अभियान बड़े पैमाने पर चलाए जाते हैं।
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Wed, May 07 , 2025, 10:55 AM