दमोह/भोपाल। मध्यप्रदेश के दमोह जिला मुख्यालय (Damoh district headquarters of Madhya Pradesh) स्थित एक अस्पताल में कथित तौर हृदय के नकली डॉक्टर द्वारा आधा दर्जन से अधिक ऑपरेशन करने और इसकी वजह से कुछ की मृत्यु का मामला सामने आने के बाद राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (The National Human Rights Commission) ने इसकी जांच कराने का निर्णय लिया है। आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने इस संबंध में रविवार को मीडिया को जारी एक संदेश में कहा कि दमोह में स्थित एक मिशनरी के अस्पताल के संबंध में शिकायत प्राप्त हुयी है। शिकायत में कहा गया है कि अस्पताल के एक नकली डॉक्टर (fake doctor) ने हृदय रोग संबंधी सर्जरी करके कई लोगों की जान ले ली है। शिकायत के अनुसार अस्पताल आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat scheme) के तहत सरकार से चिकित्सा सुविधाओं के एवज में पैसा भी ले रहा है। उन्होंने कहा कि ये गंभीर प्रकृति की शिकायत है और आयोग इसमें संज्ञान ले रहा है। आगे कार्रवाई भी की जाएगी।
इस बीच मिशन अस्पताल के इस कथित डॉक्टर का वास्तविक नाम नरेंद्र यादव बताया गया है। वह ब्रिटेन के एक डॉक्टर एनजोन केम के नाम से मिशन अस्पताल में कार्यरत था। उसने कथित तौर पर दिसंबर 2024 से फरवरी माह के बीच आधा दर्जन से अधिक लोगों के हृदय की सर्जरी कीं और सभी मरीजों की मृत्यु की सूचना है। हालाकि इस संबंध में प्रशासनिक स्तर पर जांच की जा रही है और फिलहाल दो लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुयी है। एक और मरीज की सर्जरी की तैयारी थी, लेकिन उसके परिजन उसे इलाज के लिए जबलपुर ले गए और वह दवाओं से ही ठीक हो गया। इसके बाद इस कथित डॉक्टर की करतूत लोगों के पास से होते हुए प्रशासन तक पहुंची। अब वह फरार बताया जा रहा है।
इस संबंध में दमोह की एक स्वायत्त संस्था बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दीपक तिवारी ने मीडिया को बताया कि एक मरीज इस कथित डॉक्टर के झांसे में आने से बच गया। इसके बाद इस मरीज के परिजनों ने हमसे संपर्क किया। नरेंद्र यादव नाम का कथित डॉक्टर इस प्रकरण में भी ऑपरेशन करने तैयार था। वह लंदन के डॉक्टर एनजोम केम के नाम पर इलाज करता था। उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति द्वारा ढाई माह में एक दर्जन से अधिक ऑपरेशन करने की बात कही जा रही है। इसकी शिकायत कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग को करायी गयी। इसकी जांच प्रशासन द्वारा करायी गयी और संभवत: इसकी रिपोर्ट कलेक्टर तक पहुंच गयी है।
इस बीच प्रशासन ने इस कथित डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन के मामले में दो लोगों की मौत की पुष्टि की है। मृतकों के नाम मंगल सिंह और रहीसा बेगम बताए गए हैं।दूसरी ओर श्री कानूनगो ने कल देर रात इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि कल सवेरे हमारी टीम दमोह जाँच के लिए पहुँच जाएगी। चता चला है कि आयोग की कार्रवाई से डर कर अभी आधी रात में दमोह मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोतवाली में बैठकर प्राथमिकी दर्ज करवा रहे हैं । एफआईआर के मजमून में सेंट्रल इंडिया क्रिस्चन मिशन द्वारा संचालित मिशनरी अस्पताल के संचालक और सर्वेसर्वा पास्टर अजय लाल को बचाने की पूरी तैयारी की जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि ये अधिकारी पिछले एक महीने से जाँच के नाम पर हाथ पर हाथ रखकर बैठे थे,अब मासूमियत दिखा रहे हैं और दोस्ताना भी निभा रहे हैं, पर कोई भी दोषी बचने नहीं दिया जाएगा। इसी बीच इस मामले में राजनीति भी शुरु हो गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस मामले में सरकार को घेरते हुए कहा कि जनता को उम्मीद थी कि व्यापमं के जरिए हुई सरकारी हत्याओं के बाद भारतीय जनता पार्टी की बेशर्मी कम हुई होगी, लेकिन, भाजपा के पर्ची कल्चर ने फर्ज़ी डॉक्टर को ही बेकसूरों की हत्या करने का लाइसेंस दे दिया। उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी सवाल किया।
वहीं इस मामले में शिकायत में कहा गया है कि इस कथित डॉक्टर के खिलाफ हैदराबाद में एक आपराधिक मामला दर्ज होने की बात सामने आयी है। वह जहां जहां भी गया, असली डिग्रियां नहीं दिखाता था। उसके सारे दस्तावेज फर्जी हैं। वह किसी शहर में ज्यादा समय भी नहीं टिक पाता था। उसके संबंध में मिशन अस्पताल ने नौकरी पर रखते समय जानकारी जिले के स्वास्थ्य विभाग को भी नहीं दी। प्रशासन स्थानीय स्तर पर करायी गयी जांच के बाद प्राप्त रिपोर्ट के संबंध में जबलपुर मेडिकल कॉलेज से भी परामर्श कर रहा है। इस बीच बताया गया है कि जिन मरीजों की मृत्यु की बात की जा रही है, उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं है।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Mon, Apr 07 , 2025, 12:06 PM