Best Cooking Oil: स्वास्थ्य के लिए आपको कौन सा तेल खाना चाहिए? डॉक्टरों ने बताया सबसे बेहतरीन हैं ये 2 तरह के तेल, इनसे कभी नहीं बढ़ेगा मोटापा!

Thu, Feb 27 , 2025, 09:23 PM

Source : Hamara Mahanagar Desk

health tips: प्रधानमंत्री मोदी (Minister Modi) ने तेल का सेवन 10% तक कम करने की सलाह दी है, क्योंकि अधिक तेल के सेवन से मोटापे और हृदय रोग (Obesity and heart disease) का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों (experts) के अनुसार सरसों का तेल और जैतून का तेल सबसे स्वास्थ्यप्रद विकल्प हैं। तेल को तेज़ आंच पर गर्म करने से बचें, अन्यथा इसकी पौष्टिकता कम हो जाती है।


भारत में बिना तेल के सब्जियाँ पकाना कठिन है। न केवल सब्जियां, बल्कि अधिकांश व्यंजनों में बहुत अधिक तेल का उपयोग होता है। बढ़ते मोटापे के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से हर महीने खाद्य तेल (edible oil) की खपत में 10 फीसदी की कमी करने की अपील की है।


मोटापे के कारण शरीर में वसा की मात्रा बढ़ जाती है। इसलिए, कम तेल का सेवन करना आवश्यक है, लेकिन सवाल यह है कि आपको कौन सा तेल खाना चाहिए? क्योंकि डॉक्टर कहते हैं कि रिफाइंड तेल जहर है। देश के अधिकांश खाद्य पदार्थ, समोसे से लेकर मिठाइयों तक, रिफाइंड तेल से बनाए जाते हैं। इसलिए यह सवाल महत्वपूर्ण हो जाता है कि कौन सा तेल खाएं जिससे मोटापा न बढ़े। इसके लिए हमने नई दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. राकेश गुप्ता से बातचीत की गई।


डॉ। राकेश गुप्ता (Dr. Rakesh Gupta) ने कहा कि अधिकतर शोधों से यह साबित हो चुका है कि सरसों का तेल और जैतून का तेल खाने के लिए सबसे अच्छे तेल हैं। इन तेलों में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं। इसका मतलब यह है कि इसकी संरचना अच्छी है, इसलिए यह हृदय के लिए बहुत फायदेमंद है। सरसों का तेल अधिकांश हृदय रोगों के जोखिम को कम कर सकता है। आइये सबसे पहले सरसों के तेल के बारे में जानें।


सरसों के तेल का धूम्र बिंदु बहुत ऊंचा होता है, जिसका अर्थ है कि इसकी संरचना तभी खराब होती है जब यह बहुत अधिक गर्म हो जाता है। सरसों के तेल में ओमेगा 3 फैटी एसिड भी होता है, जो मस्तिष्क और हृदय दोनों के लिए फायदेमंद माना जाता है। सरसों के तेल में जीवाणुरोधी गुण होते हैं, इसलिए यह पेट में हानिकारक बैक्टीरिया को मारता है। सरसों का तेल त्वचा और बालों के लिए बहुत अच्छा है। यह शरीर के दर्द को कम करने में मदद करता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि सरसों का तेल पेट के कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।


जैतून के तेल में मोनोअनसैचुरेटेड वसा भी होती है, जो हृदय के लिए फायदेमंद होती है। इससे रक्त वाहिकाओं में उच्च कोलेस्ट्रॉल का खतरा कम हो जाता है। जैतून के तेल में विटामिन ई भी होता है, जो शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए आवश्यक है। हालाँकि, जब भी संभव हो जैतून के तेल का उपयोग कच्चे तेल के रूप में किया जाना चाहिए।

हालांकि सरसों का तेल और जैतून का तेल सेवन के लिए सर्वोत्तम माना जाता है, लेकिन सीमित मात्रा में तिल का तेल, नारियल का तेल और सूरजमुखी के तेल का सेवन करने में कोई बुराई नहीं है।


किसी भी प्रकार के वनस्पति तेल को कभी भी तेज़ आंच पर गर्म न करें। यदि आप इसे बहुत अधिक गर्म करेंगे, तो इसमें मौजूद लघु-श्रृंखला फैटी एसिड टूट जाएंगे और यह ऑक्सीकरण करना शुरू कर देगा, जिससे सूजन बढ़ जाएगी।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups