Be careful: मोमोज भारत में हर जगह चीनी भोजन के नाम से बेचा जाता है। पिछले कुछ वर्षों में इन मोमोज (Momos) की लोकप्रियता अचानक बढ़ गई है। मोमोज ने कुछ ही दिनों में अपने स्वाद से कई लोगों को दीवाना बना दिया है। मोमोज कई प्रकार के होते हैं, जिनमें शाकाहारी, मांसाहारी, स्टीम्ड और फ्राइड शामिल हैं। जब कोई भी खाद्य पदार्थ हमारे पास आता है, तो उसे भारत में उस स्थान से बहुत अलग तरीके से बेचा जाता है जहां से वह आया था। एक सरल उदाहरण के तौर पर हम चीनी भोजन का उदाहरण दे सकते हैं। चीन में चीनी खाना उस तरह नहीं बनाया जाता जैसा यहां बनाया जाता है। मोमोज को भी कुछ हो गया है। वे आटे में विभिन्न सामग्री भरते थे और इसे चिकन, पनीर, चीज़ जैसे विभिन्न नामों से बेचते थे। इसलिए, तिब्बतियों के पौष्टिक आहार का हिस्सा रहे मोमोज भारत आने के बाद स्वास्थ्य (health) के लिए खतरा बन गए। अब आप सोच रहे होंगे कि यदि कोई खाद्य पदार्थ एक देश में पौष्टिक है तो वह दूसरे देश में खतरनाक कैसे हो सकता है? इसका सरल उत्तर यह है कि यह कैसे बनता है?
आइये जानें कि भारत में मोमोज स्वास्थ्य के लिए हानिकारक क्यों हैं?
हानिकारक रसायन:
एक रिपोर्ट के अनुसार, मोमोज में इस्तेमाल किया जाने वाला आटा रिफाइंड आटे से बनाया जाता है। जिसमें बेंज़ोयल पेरोक्साइड, एज़ोडीकार्बोनामाइड और अन्य ब्लीच शामिल हैं। ये रसायन सीधे अग्न्याशय को प्रभावित कर सकते हैं और इंसुलिन में अनियमितता पैदा कर सकते हैं, जिससे मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है।
खराब गुणवत्ता:
मांसाहारी: मांसाहारी मोमोज बनाने के लिए घटिया गुणवत्ता वाले मांस का उपयोग किया जाता है। कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि चिकन मोमोज बनाने के लिए मृत मुर्गे के मांस का उपयोग किया जाता है। चूंकि मृत मुर्गियां जीवित मुर्गियों की तुलना में सस्ती होती हैं, इसलिए अक्सर चिकन मोमोज में उनके मांस का उपयोग किया जाता है।
खराब सब्जियां: वेज मोमोज में अधपकी और खराब सब्जियों का उपयोग किया जाता है। जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। एक बात तो यह है कि सब्जियाँ पहले से ही खराब हैं। चूंकि इन्हें ठीक से धोया और पकाया नहीं जाता, इसलिए अपच और खाद्य विषाक्तता का खतरा बढ़ जाता है।
बवासीर होने का खतरा:
मोमोज को भाप से पकाया जाता है। चूंकि यह आटा है, इसलिए यह अति-प्रसंस्कृत हो जाता है। अति-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में या तो कोई फाइबर नहीं होता या बहुत कम होता है। यही कारण है कि मोमोज खाने के बाद उन्हें पचाना मुश्किल होता है। लगातार मोमोज खाने से कब्ज की समस्या होती है।
हानिकारक चटनी:
मोमोज के साथ परोसी जाने वाली शेजवान चटनी लाल मिर्च का उपयोग करके बनाई जाती है। इस शेजवाज चटनी में कई हानिकारक रसायन हो सकते हैं। इसके अलावा, मिर्च को प्रोसेस करने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इससे आपके गुर्दो में रक्तस्राव बढ़ जाता है। चटनी के साथ परोसा जाने वाला मेयोनेज़ वसा में उच्च होता है। इसलिए वजन बढ़ने का डर रहता है।
मोमोज बनाने की गुणवत्ता:
मोमोज गलियों और सड़कों पर बेचे जाते हैं। वहां साफ-सफाई का अभाव है। इसके अलावा, हमें यह भी नहीं पता कि उबले हुए मोमोज तैयार करते समय किस गुणवत्ता का पानी इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा मोमोज को तलने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तेल की गुणवत्ता भी खराब है। इससे स्वास्थ्य को खतरा पैदा होता है तथा हृदय रोग, मधुमेह, किडनी और लीवर संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
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Sun, Jan 26 , 2025, 10:20 AM