Tips to choose the right friend: हम हमेशा कहते हैं कि बच्चे मिट्टी की गेंदों की तरह होते हैं। वे वैसे ही घटित होते हैं जैसे हम उन्हें घटित होने देते हैं। इसलिए, छोटी उम्र में उनमें जो मूल्य और अच्छी आदतें डाली जाती हैं, वे महत्वपूर्ण हैं। लेकिन उनके मित्र भी महत्वपूर्ण हैं। आपके बच्चे (children) न केवल दोस्तों के साथ समय बिताते हैं, बल्कि इससे उनके व्यक्तित्व विकास और सोचने के तरीके पर भी असर पड़ता है। ऐसे में बच्चों के लिए छोटी उम्र में ही सही दोस्त (friends) चुनना बहुत जरूरी हो जाता है। अच्छे मित्रों की संगति से बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। हालांकि, बुरे बच्चों की संगति से न केवल बच्चे का आत्मविश्वास कमजोर होता है, बल्कि बुरी आदतों के कारण कम उम्र में ही उसका जीवन भी बर्बाद हो सकता है। इसलिए, बच्चों को छोटी उम्र से ही सही दोस्त चुनने की शिक्षा देना बहुत जरूरी है। अपने बेटे या बेटी को अपने दोस्त चुनते समय निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना सुनिश्चित करें।
वे कहते हैं कि अच्छे दोस्त पाने के लिए किस्मत की जरूरत होती है। हालाँकि, आप अपने दोस्त में अच्छे गुण देख सकते हैं और उसे अपना दोस्त बना सकते हैं। सकारात्मक दृष्टिकोण वाले मित्र अपने साथियों को भी सकारात्मक कार्य करना सिखाते हैं। दोस्ती का मतलब खुशी और प्रेरणा देना है, नकारात्मक बातें करना नहीं। इसलिए, अपने बच्चों को ऐसे मित्र चुनने की सलाह दें जिनका दृष्टिकोण भी उनके जैसा ही खुशमिजाज और सकारात्मक हो।
हर कोई आपके जैसा नहीं हो सकता!
जिस प्रकार हमारे हाथ की पांचों उंगलियां एक जैसी नहीं होतीं, उसी प्रकार हमारे मित्र भी हमारे जैसे नहीं हो सकते या हमारी इच्छानुसार कार्य नहीं कर सकते। उनकी प्राथमिकताएं और विचार अलग-अलग हो सकते हैं। इसलिए मित्र चुनते समय, यदि वे आपके जैसे नहीं हैं तो भी कोई बात नहीं, लेकिन उन्हें एक-दूसरे की राय का सम्मान करना चाहिए। यदि आप ऐसा करेंगे तो आपके बच्चे की दोस्ती भगवान कृष्ण और सुदामा जैसी हो सकती है। मित्रता के लिए हमेशा सहमति की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि एक-दूसरे की राय का सम्मान करना आवश्यक होता है। अपने बच्चों के मन में यह बात डालें। इस तरह, आप और आपके दोस्त को यह पता चल जाएगा कि आप क्या चाहते हैं या क्या नहीं चाहते हैं, इसलिए वे आप पर इसे थोपेंगे नहीं।
दोस्ती के लिए अपने आप को मत बदलो!
एक-दूसरे को समझने का मतलब दोस्त की इच्छा के अनुसार काम करना नहीं है। इसलिए, बच्चों को यह सिखाना महत्वपूर्ण है कि वे अपनी पहचान बनाए रखते हुए दोस्त कैसे बनाएं। यदि आप मित्रता के लिए सकारात्मक परिवर्तन कर रहे हैं, तो यह ठीक है। लेकिन अपने दोस्त को खुश करने के लिए खुद को मत बदलिए। क्योंकि इस तरह के व्यवहार से भविष्य में आपके मन पर नकारात्मक परिणाम पड़ सकते हैं। इसलिए ऐसे लोगों से दोस्ती करें जो आपको बदले बिना आपको वैसे ही स्वीकार करने का प्रयास करेंगे जैसे आप हैं।
यदि आपके बच्चे का कोई दोस्त लगातार गलत व्यवहार कर रहा है या बुरी संगत में है और समझाने पर भी बच्चे पर कोई फर्क नहीं पड़ता है, तो ऐसे गलत व्यवहार करने वाले दोस्तों से दूरी बना लें। क्योंकि एक सच्चा मित्र अपने मित्र को कभी गलत नहीं सिखाता।
अगर आप अपने बच्चों को दोस्त चुनते समय ये बातें बताएंगे तो आपका बच्चा न सिर्फ सही दोस्त चुन पाएगा, बल्कि जीवन में सही समय पर सही निर्णय भी ले पाएगा। सही मित्र चुनने से बच्चों का व्यक्तित्व भी बेहतर होगा।
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Mon, Jan 06 , 2025, 09:55 PM