नई दिल्ली: क्रिसमस (Christmas) खत्म हो चुका है, अब सभी को 31 दिसंबर यानी नए साल का इंतजार है। बहुत से लोग यह जानने को उत्सुक रहते हैं कि आने वाला साल कैसा रहेगा। इस बीच नास्त्रेदमस एथोस सैलोम (Nostradamus Athos Salome) की भविष्यवाणी पर चर्चा की गई है। उन्होंने साल 2025 को लेकर एक या दो नहीं बल्कि 7 भविष्यवाणियां की हैं। नास्त्रेदमस के नाम से मशहूर एथोस सैलोम, जो पहले ही कोविड-19, ब्रिटिश रानी की मौत और यूक्रेन पर रूस के हमले की भविष्यवाणी कर चुके हैं, ने अब 2025 के लिए अपनी नई भविष्यवाणियां साझा की हैं। जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अध्यात्म के प्रति विश्व दृष्टिकोण को बदलने का दावा करते हैं।
2025 में मानवता के लिए एक नई क्रांति शुरू होगी
एथोस सैलोम का मानना है कि आनुवंशिक रूप से संशोधित मानव सामने आएंगे। उन्होंने कहा, क्लोनिंग और सीआरआईएसपीआर (cloning and CRISPR) जैसी तकनीकों का उपयोग करके सरकारें और कंपनियां गुप्त रूप से 'संपूर्ण' इंसान तैयार कर रही हैं, जो अधिक स्मार्ट, मजबूत और रोग प्रतिरोधी हों। यह बदलाव सबसे पहले एशिया में देखा जाएगा, क्योंकि वहां बायोटेक्नोलॉजी में काफी प्रगति हुई है। इससे विश्वव्यापी नैतिक संकट पैदा हो सकता है, जिसमें मानवाधिकार, असमानता और मानवता के सही अर्थ पर बहस होगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) 2025 तक अपनी सीमा तक पहुंच जाएगा
एआई ऐसी स्थिति में पहुंच जाएगा जहां उसे स्वायत्तता मिलेगी और वह साइबर सुरक्षा और परिवहन जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में अविश्वसनीय निर्णय लेने में सक्षम होगा। ऐसे में मानवता के सामने बड़ा सवाल यह है कि जब वह अपनी ही रचना पर नियंत्रण खो देगी तो उसकी प्रतिक्रिया क्या होगी?
विदेशी जीवन से संपर्क
एथोस के अनुसार, विदेशी जीवन के अस्तित्व के बारे में आधिकारिक घोषणा 2025 में की जाएगी। पृथ्वी पर जीवन के संकेत जैसे मंगल ग्रह पर सूक्ष्म जीव या अन्य जटिल सभ्यताओं के साक्ष्य सामने आएंगे। अमेरिका, रूस और चीन जैसे कुछ देश इसे छिपाने की कोशिश करेंगे, ताकि वैश्विक अराजकता से बचा जा सके। इससे न केवल धार्मिक एवं दार्शनिक व्यवस्थाओं पर प्रभाव पड़ेगा बल्कि आध्यात्मिक क्रांति भी संभव है।
ऊर्जा संकट: सत्ता का खेल
सैलोम का कहना है कि 2025 तक वैश्विक ऊर्जा संकट होगा, जिसका इस्तेमाल बड़े देश दुनिया पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए करेंगे। हालाँकि शून्य-बिंदु ऊर्जा जैसी नई ऊर्जा प्रौद्योगिकियाँ विकसित की गई हैं, लेकिन उन्हें अब तक गुप्त रखा गया है। इस संकट का सबसे अधिक प्रभाव विकासशील देशों पर पड़ेगा, जिससे वैश्विक असमानता और बढ़ेगी।
चिप्स द्वारा जनसंख्या नियंत्रण
एथोस ने चेतावनी दी कि स्वास्थ्य और सुरक्षा में सुधार के नाम पर प्रत्यारोपित चमड़े के नीचे के चिप्स भविष्य में आम हो जाएंगे। इन चिप्स का इस्तेमाल सरकारें और कंपनियां आबादी पर नजर रखने और असहमति को दबाने के लिए कर सकती हैं। कोविड-19 महामारी ने इन नियंत्रण उपायों को अपनाने के प्रति लोगों की मानसिकता को आकार दिया है।
जलवायु संकट
सैलोम के अनुसार, जियोइंजीनियरिंग का उपयोग बेमौसम तूफान और सूखे जैसी जलवायु आपदाएँ पैदा करने के लिए किया जाएगा। इससे जलवायु नीति और पर्यावरण नैतिकता पर गंभीर चर्चा होगी। जलवायु परिवर्तन को अब एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
गुप्त सैन्य अभियानों का खुलासा
अंत में, सैलोम ने भविष्यवाणी की कि 2025 में भूमिगत सैन्य अड्डों और गुरुत्वाकर्षण-संचालित प्रणालियों जैसे गुप्त सैन्य अभियानों का खुलासा किया जाएगा। इससे सैन्यीकरण के खिलाफ दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन हो सकता है। यदि एथोस सैलोम की यह भविष्यवाणी सच होती है, तो वर्ष 2025 मानवता के लिए एक बड़ा बदलाव ला सकता है, जो न केवल विज्ञान और प्रौद्योगिकी में, बल्कि मानवता की सोच और नैतिकता में भी गहरा बदलाव लाएगा।
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Thu, Dec 26 , 2024, 02:01 PM