Jaswand tea: जसवंद गणपति बप्पा को प्रिय एक सुंदर पौधा है, जो अपने विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। खासतौर पर जसवंद की पत्तियों का सेवन (consumption of Jaswand leaves) स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है और खराब कोलेस्ट्रॉल (bad cholesterol) को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। जासवंदी की पत्तियों को उबालकर उसका पानी पीने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (LDL cholesterol) को कम करने में मदद मिलती है। एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को खराब कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है क्योंकि यह धमनियों में जमा हो सकता है और हृदय रोग (heart disease) और उच्च रक्तचाप (high blood pressure) जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। जासवंदी के पत्तों का पानी इन समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
जासवंदी के पत्तों के गुण क्या हैं?
जासवंदी की पत्तियों में एंटीऑक्सिडेंट, फ्लेवोनोइड, विटामिन सी और हाइड्रॉक्सी कोलिक एसिड जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, जासवंदी या गुड़हल में पोटेशियम और मैग्नीशियम भी होता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। ये तत्व रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखते हैं और रक्त प्रवाह में सुधार करते हैं।
जासवंदी के पत्तों का पानी कैसे बनाएं?
जासवंदी की पत्तियों को उबालकर पानी तैयार किया जाता है। इसके लिए ताजा या सूखे जासवंदी के पत्ते लें और इसे एक कप पानी में मिलाएं। इस पानी को 5-10 मिनट तक उबलने दें। फिर इसे छानकर ठंडा कर लें और दिन में 1-2 बार भी पी सकते हैं।
जासवंदी के पत्तों के फायदे
1. खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है: जासवंदी का पानी रक्त में एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है।
2. रक्तचाप को नियंत्रित करता है: गुड़हल या जासवंदी रक्तचाप को सामान्य करने में मदद करता है, खासकर उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए।
3. पाचन में सुधार: जासवंदी की पत्तियां पेट को आराम देती हैं और गैस, सूजन जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करती हैं।
याद रखने योग्य बातें
जासवंदी का पानी शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को हटाने में सहायक है, लेकिन यह केवल एक सहायक उपाय है। यदि आप उच्च कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं तो आपको इसे अपने आहार में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। इसके साथ ही स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम भी जरूरी है।
कमजोरी के लिए जासवंदी के फूल का प्रयोग
शरीर में आयरन की कमी के कारण एनीमिया होता है। एनीमिया यानी खून की कमी से पीड़ित लोग चमेली के फूल का इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान दें कि जासवंदी के फूल में आयरन होता है जो एनीमिया से लड़ने में बहुत उपयोगी है। इसके लिए आपको जासवंदी के फूल की कलियों को पीसकर उसके रस को एक टाइट कंटेनर में रखना होगा। अब इस जूस का सेवन नियमित रूप से करना होगा। ऐसा करने से न सिर्फ स्टेमिना बढ़ता है बल्कि एनीमिया की समस्या भी दूर हो जाती है।
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Mon, Dec 09 , 2024, 05:00 PM