Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य 20वीं सदी के सबसे ज्ञानी और विद्वान व्यक्तियों में से एक थे। ऐसा कहा जाता है कि जो कोई भी उनके दिखाए रास्ते पर चलता है वह सफल और खुशहाल जीवन जी सकता है। आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने भी अपने जीवनकाल में कई नीतियां बनाईं और उनमें बताए गए उपायों को अपनाकर आप जीवन में कई तरह की समस्याओं से सुरक्षित रह सकते हैं। आज का लेख विशेष रूप से विवाहित जोड़ों के लिए है। आज हम आपको चाणक्य नीति (Chanakya Niti) में बताई गई कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें पति-पत्नी को एक-दूसरे से कभी नहीं छिपाना चाहिए। तो आइए इन बातों पर विस्तार से नजर डालते हैं।
ईमानदारी की कमी-
चाणक्य नीति के अनुसार वैवाहिक रिश्ते में पति-पत्नी के बीच ईमानदारी और खुलापन बहुत जरूरी है. अगर आपके मन में अपने पार्टनर को लेकर कोई शिकायत या असहमति है, तो बिना एक पल की देरी किए इसे अपने पार्टनर के साथ साझा करें। ऐसा करने से आपके और आपके पार्टनर के बीच की गलतफहमियां दूर हो जाएंगी। इतना ही नहीं इससे पति-पत्नी एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।
समर्पण से मत डरो-
आचार्य चाणक्य के अनुसार पति-पत्नी को एक-दूसरे के प्रति समर्पण की भावना रखनी चाहिए। समर्पण को लेकर दोनों को कोई झिझक नहीं होनी चाहिए। अगर आप दोनों एक-दूसरे के प्रति समर्पण की भावना रखते हैं तो आपका रिश्ता मजबूत होता है और आपका रिश्ता स्थिर भी रहता है। समर्पण ही आपके रिश्ते को मजबूत और लंबे समय तक चलने वाला बनाता है।
अपने प्यार का इजहार करने में न करें देरी-
चाणक्य के अनुसार पति-पत्नी को एक-दूसरे के प्रति अपने प्यार का इजहार करने में कभी भी झिझक या देरी नहीं करनी चाहिए। उन्हें एक-दूसरे के प्रति अपने प्यार का इजहार करने में संकोच नहीं करना चाहिए। जब आप अपने पार्टनर से अपने प्यार का इजहार करने में झिझकते हैं तो इससे आपका रिश्ता कमजोर होता है। वहीं जब आप खुलकर प्यार का इज़हार करते हैं तो आपके रिश्ते में नई जान और मिठास आती है। इतना ही नहीं, आप दोनों एक-दूसरे से भावनात्मक रूप से भी बेहतर तरीके से जुड़े रह सकते हैं।
स्वतंत्र रूप से बोलें-
-चाणक्य नीति के अनुसार जो पति-पत्नी एक-दूसरे से खुलकर बात नहीं करते, उनका रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं टिक पाता। झिझक या शर्म के कारण पति-पत्नी एक-दूसरे को अपनी ज़रूरतें और अपेक्षाएं ठीक से नहीं बता पाते। जब ऐसा होता है, तो वे समझ खोने लगते हैं। आचार्य चाणक्य के अनुसार पति-पत्नी को कभी भी कुछ बातों को लेकर शर्माना या शर्माना नहीं चाहिए। अगर आप चाहते हैं कि आपकी शादी लंबे समय तक चले तो यह और भी जरूरी है कि आप दोनों खुलकर बात करें। खुलकर बोलने से न सिर्फ रिश्ता मजबूत होता है बल्कि आपसी विश्वास भी बढ़ता है।
एक-दूसरे पर अधिकार जताना जरूरी-
चाणक्य के अनुसार पति-पत्नी को एक-दूसरे पर अपना अधिकार दिखाना चाहिए। ऐसा करने से न सिर्फ उनके रिश्ते को भावनात्मक सहारा मिलता है बल्कि उनका रिश्ता अंदर से भी मजबूत होता है। जब आप दोनों एक दूसरे पर अपना अधिकार या अधिकार की भावना व्यक्त करते हैं तो आप दोनों के बीच विश्वास की भावना बढ़ती है।
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Sun, Dec 08 , 2024, 10:31 AM