Stroke prevention measures : उच्च रक्तचाप, मधुमेह, धूम्रपान, गतिहीन जीवनशैली (lifestyle) जैसे कुछ जोखिम कारक व्यक्ति को स्ट्रोक का खतरा बनाते हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से लैंसेट मेडिकल जर्नल के अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि भारत सहित निम्न और मध्यम आय वाले देशों में 2050 तक ब्रेन स्ट्रोक से 10 मिलियन लोगों की मौत हो सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि स्ट्रोक से होने वाली मौतें 2020 में 6.6 मिलियन से बढ़कर 2050 तक 9.7 मिलियन होने का अनुमान है। इससे पता चलता है कि भारत में स्ट्रोक के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। 1.29 मिलियन नए मामले और 9.65 मिलियन मामले, इसके बाद इंडोनेशिया और बांग्लादेश हैं।
डॉ। निर्मल सूर्या कहते हैं, 'स्ट्रोक एक चिकित्सीय आपात स्थिति है, जिसका स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक प्रभाव हो सकता है। स्ट्रोक आमतौर पर तब होता है जब मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में रक्त का प्रवाह बाधित या बंद हो जाता है। यह कभी भी किसी को भी हो सकता है। इससे स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के साथ-साथ मस्तिष्क की गंभीर क्षति का खतरा भी बढ़ सकता है। कई जोखिम कारक हैं जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा, शराब, उच्च कोलेस्ट्रॉल और किसी भी रूप में निकोटीन का सेवन जैसे धूम्रपान या तंबाकू का उपयोग। अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए अत्यधिक सावधानी बरतना और आवश्यक सावधानियों का पालन करना महत्वपूर्ण है। इन जोखिम कारकों की शीघ्र पहचान और समझ से व्यक्तियों को सूचित स्वास्थ्य विकल्प चुनने में मदद मिल सकती है। यहां तक कि जीवनशैली में अच्छे बदलाव लाने से भी स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है।
जीवनशैली कैसे बदलें?
ब्लड प्रेशर को प्रबंधित करें: अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या है तो आपको विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उच्च रक्तचाप कई लोगों में स्ट्रोक का एक प्रमुख जोखिम कारक है। नियमित रूप से जांच कराकर आप अपने रक्तचाप के स्तर को नियंत्रण में रख सकते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थों से बचें जिनमें सोडियम की मात्रा अधिक हो जैसे डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ या जंक फूड।
धूम्रपान और तंबाकू जैसे किसी भी रूप में निकोटीन से बचें: धूम्रपान जैसी बुरी आदतें आपके स्ट्रोक के जोखिम को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती हैं। ये आपकी रक्त वाहिकाओं पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं, जिससे आपकी धमनियों में अधिक प्लाक जमा हो जाता है। धूम्रपान छोड़ने से बाद के जीवन में स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। धूम्रपान की आदत से बचने के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह लें।
मधुमेह के स्तर को नियंत्रित करें: मधुमेह जैसी बीमारी स्ट्रोक सहित कई स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकती है। यदि आपको मधुमेह है, तो अपने शर्करा के स्तर को स्वस्थ श्रेणी में रखना महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि आप डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं नियमित रूप से लें। जीवनशैली में बदलाव जैसे संतुलित आहार खाना और शारीरिक रूप से सक्रिय रहना मधुमेह को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है।
स्वस्थ आहार लें: एक स्वस्थ और संतुलित आहार जिसमें पर्याप्त पोषक तत्व शामिल हों, स्ट्रोक को रोकने में मदद कर सकता है। सर्वोत्तम परिणामों के लिए अपने आहार में भरपूर मात्रा में ताजे फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, दालें, फलियाँ, मेवे, तिलहन और प्रोटीन शामिल करें। संतृप्त वसा, ट्रांस वसा और कोलेस्ट्रॉल से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से बचें। ये सभी कारक मिलकर हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
नियमित व्यायाम करें: संपूर्ण स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए वजन पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय रहना महत्वपूर्ण है। प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन कम से कम 45 मिनट व्यायाम करने का लक्ष्य रखना चाहिए। इनमें पैदल चलना, जिम जाना, कार्डियो, योग, ध्यान, साइकिल चलाना, जॉगिंग और तैराकी शामिल हैं।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Sat, Nov 02 , 2024, 03:13 PM