Balanced diet for diabetes patients: मधुमेह को मधुमेह भी कहा जाता है। इस बीमारी में ब्लड शुगर लेवल (blood sugar level) को नियंत्रित करना पड़ता है। इस रोग में यदि शुगर नियंत्रण से बाहर हो जाए तो अन्य रोग उत्पन्न हो जाते हैं। डायबिटीज दो प्रकार की होती है टाइप-1 और टाइप-2। इस बीमारी के लक्षणों में बार-बार प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना और थकान शामिल है। नमामि अग्रवाल के मुताबिक, डायबिटीज में खान-पान पर नजर रखनी पड़ती है। इस बीमारी (disease) का कोई इलाज नहीं है यानी इसका इलाज केवल आहार और व्यायाम की मदद से किया जा सकता है। डॉक्टर से सलाह लेकर ही आहार में फलों को शामिल करना चाहिए। जिन फलों में चीनी की मात्रा अधिक होती है, उनसे जितना संभव हो सके परहेज करना चाहिए। आइए देखें कौन से फल नहीं खाने चाहिए इसकी जानकारी
केला -
केले में कार्बोहाइड्रेट और शर्करा की मात्रा अधिक होती है। इससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है। इसलिए अगर आप केला बिल्कुल नहीं खाना चाहते हैं तो अपने फैमिली डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
अंगूर -
अंगूर में प्राकृतिक रूप से चीनी की मात्रा भी अधिक होती है। इसमें उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी होता है। इससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है. इसलिए मधुमेह रोगियों को अंगूर नहीं खाना चाहिए।
कलिंगद -
कलिंगाद में शुगर की मात्रा अधिक होती है इसलिए कलिंगाद कम खाना चाहिए, शुगर वाले लोगों को कलिंगाद नहीं खाना चाहिए अन्यथा शुगर का स्तर बढ़ सकता है।
सूखे मेवे
किशमिश, खजूर, अंजीर जैसे सूखे मेवों में चीनी की मात्रा अधिक होती है। इसलिए मधुमेह रोगियों को सूखे मेवे नहीं खाने चाहिए। चना, शकरकंद और आम ऐसे फल हैं जिनमें चीनी की मात्रा अधिक होती है। इसलिए आपको इन्हें नहीं खाना चाहिए और अपने डॉक्टर से पूछकर ही अपना आहार तय करना चाहिए। साथ ही संतुलित आहार और सही जीवनशैली अपनाने से मधुमेह नियंत्रण में रहता है।
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Mon, Oct 28 , 2024, 10:53 PM