navratri kanya pujan :नवरात्रि में कन्या पूजन कब किया जाता है? जानिए पूजा अनुष्ठान और महत्व!

Fri, Oct 04 , 2024, 09:35 PM

Source : Hamara Mahanagar Desk

Shardiyanavratri 2024 Kanya Pujan : शारदीय नवरात्रि शुरू हो गई है (Shardiya Navratri has started)। आज नवरात्रि का दूसरा दिन है। इस दिन ब्रह्मचारिणी माता की पूजा की जाती है। नवरात्रि आश्विन मास (Navratri Ashwin month) की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती है और नवमी तिथि को समाप्त होती है। इस साल नवरात्रि का त्योहार (festival of Navratri) 3 से 12 अक्टूबर तक है।

नवरात्रि में कन्या पूजन का विशेष महत्व है। जबकि कन्या पूजन नवरात्रि (Kanya Puja Navratri) की अष्टमी और नवमी तिथि को किया जाता है। नवरात्रि के 9 दिनों में नवदुर्गा की पूजा के साथ-साथ कन्या पूजा का भी विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि कन्या पूजन के बाद ही नवरात्रि पूजा पूर्ण होती है। इस साल महाअष्टमी और महानवमी तिथि पड़ गई है और अष्टमी और नवमी तिथि का व्रत 11 अक्टूबर को ही है. 12 अक्टूबर को नवरात्रि और दशहरा मनाया जाएगा। कन्याएं 11 अक्टूबर को पूजा कर सकती हैं।

कन्या पूजन में 9 कन्याओं को आमंत्रित करने की परंपरा है। कन्याओं को मां दुर्गा के 9 स्वरूपों का प्रतीक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब कन्या पूजन विधिपूर्वक किया जाता है तो देवी माता अपने भक्तों पर विशेष आशीर्वाद प्रदान करती हैं। घर में सुख, समृद्धि और धन का वास होता है। आइए जानते हैं नवरात्रि में कन्या पूजन की विधि और महत्व...

कन्या पूजन की विधि:
अष्टमी या नवमी तिथि पर कन्या पूजन के लिए कन्याओं को आमंत्रित करें।

इसके बाद अष्टमी या नवमी तिथि को पूजा के दौरान कन्या पूजन का संकल्प लें।

कन्या पूजन के लिए चना, पूरी, हलवा, खीर आदि का प्रसाद बनाकर माता रानी को अर्पित करना चाहिए।

जब लड़कियां घर आएं तो सबसे पहले उनके पैरों को साफ पानी से धोएं।

इसके बाद कन्याओं को आसन पर बिठाकर हलवा, पूरी और हराभरा भाजी का पूरा प्रसाद खाएं।

लड़कियों के भोजन कर लेने के बाद उनके हाथ धुलवाएं और उन्हें अपनी सीट पर वापस बैठाएं।

इसके बाद उन्हें चंदन या कुमकुम का टीला लगाएं और रक्षासूत्र बांधकर उनके पैर छुएं। 

उन्हें फल, वस्त्र और सामर्थ्य के अनुसार दक्षिणा देकर विदा करें।

कन्या पूजा क्यों महत्वपूर्ण है?
नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करना विशेष शुभ माना जाता है। इसके साथ ही नवरात्रि की अष्टमी या नवमी तिथि पर कन्या पूजन की विशेष परंपरा है। कन्या पूजन में 2 से 10 वर्ष की आयु की कन्याओं को घर बुलाकर कन्या पूजन किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि श्रद्धापूर्वक कन्या पूजन के साथ माता रानी की पूजा करने से माता अपने भक्तों पर सदैव कृपा बनाए रखती हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups