Pitru Paksha: पितृ पक्ष में पितरों का श्राद्ध कर्म करते समय रखें इन 10 बातों का ख्याल

Tue, Sep 24 , 2024, 10:56 PM

Source : Hamara Mahanagar Desk

Shraddh Paksha 2024 Rules : सनातन धर्म में पितरों की शांति के लिए श्राद्ध पक्ष में तर्पण, श्राद्ध और पिंड दान करना महत्वपूर्ण माना जाता है (It is considered important to donate pind)। इस वर्ष भाद्रपद मास प्रतिपदा का श्राद्ध पक्ष 18 सितंबर से प्रारंभ हो चुका है, जो 2 अक्टूबर अमावस्या तिथि (Mavasya Tithi) को समाप्त होगा।

श्राद्ध पक्ष (Shraddh Paksha) में कुतप काल में प्रतिदिन तर्पण करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि पितरों का श्राद्ध हमेशा दोपहर के समय करना चाहिए। इसलिए ब्राह्मणों को भोजन के लिए आमंत्रित करें। शाम या रात के समय श्राद्ध का भोजन न कराएं। पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए श्राद्ध करते समय कुछ खास बातें भी याद रखें। आइए जानते हैं पितृ पक्ष में पितरों का श्राद्ध करते समय किन नियमों का पालन करना चाहिए?

श्राद्ध करते समय इन बातों का रखें ध्यान
श्राद्ध में अर्घ्य, पिंड और भोजन के लिए चांदी के बर्तनों का उपयोग करना अच्छा माना जाता है। श्राद्ध का भोजन चांदी या पीतल के बर्तन में परोसना चाहिए। इनके अभाव में पत्तियों का उपयोग किया जा सकता है।

श्राद्ध का भोजन मिट्टी के बर्तन में नहीं परोसना चाहिए।

मान्यता है कि श्राद्ध में गाय का घी, दूध या दही का प्रयोग करना चाहिए। वहीं, अगर गाय ने हाल ही में बच्चे को जन्म दिया है तो उसके दूध का उपयोग नहीं करना चाहिए।

ऐसा माना जाता है कि श्राद्ध के दौरान ब्राह्मणों को मौन रहकर भोजन करना चाहिए। भोजन की प्रशंसा नहीं करनी चाहिए।

श्राद्ध के लिए गंगाजल, दूध, शहद, दौहित्र, कुश और तिल महत्वपूर्ण माने गए हैं। माना जाता है कि तिल पिशाच और कुश राक्षसों से श्राद्ध की रक्षा करते हैं।

कब्रिस्तान, मंदिर और अपवित्र स्थान पर श्राद्ध करना अच्छा नहीं माना जाता है।

मान्यता है कि श्राद्ध के भोजन के दौरान यदि कोई जरूरतमंद व्यक्ति या भिखारी दरवाजे पर आ जाए तो उसे खाली हाथ नहीं जाने देना चाहिए। इससे श्राद्ध कर्म का पूरा फल नहीं मिलता है। अत: उसे भी भोजन कराएं या कुछ दान करें।

श्राद्ध के दिन भोजन करते समय ब्राह्मण को एक हाथ का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि भूत इस भोजन को चुरा लेते हैं। इसलिए खाना खाते समय दोनों हाथों का इस्तेमाल करना चाहिए।

ब्राह्मणों को क्रोध में आकर श्राद्ध का भोजन नहीं बनाना चाहिए और भोजन को पैरों से नहीं छूना चाहिए। इसके साथ ही खाना बनाते समय मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके खाना न पकाएं।

श्राद्ध के दिन ब्राह्मणों, जरूरतमंदों और गरीबों को भोजन कराने के अलावा गाय, कुत्ते, कौवे और चींटियों को भी भोजन कराना चाहिए।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups