Why Divorce Rate Is Increasing In India: भारत में संस्कृति को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है। इसके अलावा भारतीय संस्कृति में विवाह को जन्म-जन्मांतर का रिश्ता माना जाता है। शादी के बाद पति-पत्नी हमेशा के लिए एक दूसरे के हो जाते हैं। शादी में पति-पत्नी एक-दूसरे से सात जन्मों तक साथ रहने का वादा करते हैं। लेकिन अब भारत में भी तलाक की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सीधे शब्दों में कहें तो भारत में तलाक की दर पश्चिमी देशों की तुलना में बहुत कम है। लेकिन पिछले कुछ सालों में भारत में तलाक की दर बढ़ती जा रही है। तो यहां भारत में तलाक के शीर्ष 5 कारण हैं।
1. व्यस्त जीवनशैली- आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में पति-पत्नी के बीच संवादहीनता बढ़ती जा रही है। अगर पति-पत्नी दोनों ऑफिस जाते हैं, तो अपने समय और प्रोफेशनल लाइफ को एक साथ मैनेज करना मुश्किल हो जाता है जिससे भावनात्मक दूरी पैदा होती है। कई गलतफहमियां भी पैदा हो जाती हैं, जिसकी वजह से रिश्ता तलाक तक पहुंच सकता है।
2. सामाजिक नजरिए में बदलाव - शुरुआत में तलाक को खुद पर बहुत बड़ा दाग माना जाता था। क्योंकि पहले तलाक लेने के बारे में सोचते समय कई चीजों का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब हालात पूरी तरह बदल गए हैं। लोगों ने यथाशीघ्र स्थिति को स्वीकार करना सीख लिया है। विशेषकर शहरी क्षेत्रों में तलाक अब आम होता जा रहा है।
3. महिला जागरूकता - पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं में साक्षरता दर तेजी से बढ़ रही है। महिलाओं को भी आर्थिक रूप से स्वतंत्र और सशक्त बनने के अवसर मिल रहे हैं। महिलाएं अब अपने निर्णय स्वयं ले सकती हैं। इसलिए शादी के बाद जो महिलाएं अपनी इच्छानुसार नहीं रह पातीं, उनके रिश्ते में तलाक की नौबत आ जाती है। इसके अलावा महिलाएं भी अपने अधिकारों के बारे में जानने लगी हैं।
4. ईगो की समस्या- आजकल के पति-पत्नी स्वतंत्र हैं इसलिए उनके बीच ईगो की समस्या बहुत पैदा होती है। अगर एक व्यक्ति गुस्से में है और दूसरा शांत है तो रिश्ते लंबे समय तक चल सकते हैं। लेकिन अगर रिश्ते में लगातार अहंकार आ जाए तो शादी तलाक तक पहुंच जाएगी।
5. प्रेम विवाहों की बढ़ती संख्या - पहले विवाह का निर्णय घर के मुखिया व्यक्ति द्वारा किया जाता था। इसलिए पति-पत्नी के बीच किसी भी तरह के मतभेद की स्थिति में विवाद को सुलझाना घर के बड़े-बुजुर्गों की भी जिम्मेदारी थी। लेकिन अब प्रेम विवाह की दर बढ़ गई है। युवतियां अब लव मैरिज को ज्यादा तरजीह देती हैं। लेकिन अगर शादी के बाद उनके सपने पूरे नहीं होते तो वे खुद ही तलाक लेने का फैसला कर लेते हैं। साथ ही प्रेम विवाह को परिवार का समर्थन नहीं मिलता।
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Wed, Aug 21 , 2024, 08:38 AM