Tips for working women for breastfeeding: एक बच्चे को जन्म के बाद कम से कम 6 महीने यानी 180 दिनों तक स्तनपान (breastfeeding) की आवश्यकता होती है। यह स्तनपान कम से कम 2 वर्ष तक जारी रखा जा सकता है। कामकाजी महिलाओं (working women) को काम से थक जाने पर अपने बच्चे को स्तनपान कराना चुनौतीपूर्ण (Challenging) लग सकता है। मुंबई के लीलावती अस्पताल (Lilavati Hospital) की स्तनपान विशेषज्ञ स्वाति टेमकर (Swati Temkar) ने स्तनपान कराने वाली कामकाजी महिलाओं के लिए कुछ खास टिप्स दिए। स्तनपान से माँ और बच्चे (mother and child) के बीच का रिश्ता मजबूत (Strong relationship) होता है।
यहां स्तनपान के फायदे हैं
-शिशु की वृद्धि और विकास के लिए सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में उपलब्ध होते हैं।
- पचाने में आसान।
- चूंकि मां का दूध रोगाणुहीन होता है, इसलिए बच्चे को संक्रमण नहीं होता है।
- मां के दूध में मौजूद एंटीबायोटिक्स बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को अच्छा रखते हैं और बच्चे को कई तरह की बीमारियों से बचाते हैं। जैसे निमोनिया, डायरिया, अस्थमा और एलर्जी आदि।
- दूध का तापमान मां के शरीर के तापमान पर निर्भर करता है, जो बच्चे के लिए उपयुक्त है।
- शिशु के बौद्धिक विकास के लिए उपयोगी।
-भविष्य में मोटापा, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और मधुमेह से बचाता है।
- कुछ कैंसर के खतरे को कम करता है।
- मां और बच्चे का रिश्ता मजबूत होता है।
काम पर लौटने के बाद स्तनपान कैसे कराएं?
- यदि संभव हो तो मां को यथासंभव लंबे समय तक मातृत्व अवकाश लेने का प्रयास करना चाहिए। घर से काम करने, अंशकालिक काम करने, सप्ताह में तीन बार काम करने या नजदीकी शाखा में स्थानांतरित होने पर विचार करें।
- यदि संभव हो तो माताओं को बच्चे को स्तनपान कराने के लिए घर आने का प्रयास करना चाहिए या कई संगठन क्रेच सुविधाएं, कताई कक्ष प्रदान करते हैं जहां माताएं अपने बच्चों को स्तनपान करा सकती हैं।
- निकाला हुआ स्तन का दूध कमरे के तापमान पर चार से छह घंटे तक और रेफ्रिजरेटर (chiller compartment) में रखने पर चौबीस घंटे तक ताजा रहता है। फ्रिज के ठंडे दूध को सीधे गैस पर गर्म नहीं करना चाहिए। गर्मियों में इसे कमरे के तापमान पर आने दें या गर्म पानी के कटोरे में रख दें।
- कार्यस्थल पर हिरकनी कक्ष का सहयोग प्राप्त हो सकता है। अगर दूध का कमरा है तो आप वहां बैठकर किसी बोतल में दूध भरकर रख सकती हैं और घर जाकर बच्चे को दूध पिला सकती हैं।
- एक माँ विभिन्न स्तन पंपों की मदद से अपने बच्चे के लिए दूध निकाल सकती है। हालाँकि, बच्चे को माँ का निकाला हुआ दूध बोतल में देते समय सिरिंज, कटोरी और चम्मच से ही देना चाहिए और बोतल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
पूरक आहार
6 महीने की उम्र के बाद अपने बच्चे को नरम, ताज़ा, घर का बना खाना देना शुरू करें। शिशु के दो वर्ष का होने तक स्तनपान जारी रखें। पूरक आहार के संबंध में परामर्श के लिए किसी स्तनपान विशेषज्ञ के पास जाएँ।
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Mon, Aug 05 , 2024, 09:41 AM