Pregnancy Tips: गर्भावस्था में बैगन क्यों नहीं खाना चाहिए! जानिए इसके दुष्प्रभाव? 

Sat, Jul 27 , 2024, 11:35 AM

Source : Hamara Mahanagar Desk

Side Effects of Brinjal during Pregnancy: गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखने (take special care) की जरूरत होती है। एक महिला के आहार का सीधा असर उसके गर्भ में पल रहे नवजात शिशु (newborn growing in her womb) के विकास पर पड़ता है। इसलिए आयुर्वेद के अनुसार गर्भवती महिलाओं को भी आहार संबंधी कुछ नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है। अगर इसे नजरअंदाज किया गया तो इसका न सिर्फ होने वाली मां की सेहत (health of the mother) पर बल्कि उसके गर्भ में पल रहे नवजात शिशु की सेहत पर भी बुरा असर पड़ सकता है।

 कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं को बैंगन का सेवन (consume brinjal) नहीं करना चाहिए। दरअसल, गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलावों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बैंगन का ज्यादा इस्तेमाल कई तरह के साइड इफेक्ट्स का कारण बन सकता है। बैंगन में फाइबर, फोलिक एसिड और पोटेशियम प्रचुर मात्रा में होता है, जो भ्रूण के विकास में मदद करता है, लेकिन माना जाता है कि इस सब्जी का अधिक सेवन करने से गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है। आइए जानते हैं गर्भावस्था के दौरान बैंगन खाने से क्या नुकसान होते हैं।

गर्भावस्था के दौरान बैंगन खाने के नुकसान-
1) पाचन तंत्र पर बुरा असर -

इस दौरान गर्भवती महिला कई तरह के खाद्य पदार्थ खाना चाहती है। तदनुसार, उन्हें परिवार का लाड़-प्यार भी मिलता है। हालाँकि, कुछ खाद्य पदार्थों का बहुत अधिक सेवन नकारात्मक हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान बैंगन का अधिक सेवन पाचन तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। ऐसे में जिन महिलाओं को पहले से ही बवासीर की समस्या है उन्हें डॉक्टर इस समय बैंगन का सेवन न करने की सलाह देते हैं।

2) किडनी स्टोन की समस्या-
जिन महिलाओं को पहले से ही किडनी में पथरी है, उन्हें गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है। इसीलिए गुर्दे की पथरी से पीड़ित महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान गुर्दे की पथरी से बचने के लिए बैंगन का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। बैंगन में ऑक्सालेट की मात्रा अधिक होने के कारण किडनी में पथरी की समस्या बढ़ सकती है।

3) समय से पहले डिलीवरी
एक्सपर्ट की सलाह के अनुसार, बैंगन को खाने से पहले उसे ठीक से पकाना बहुत जरूरी है। क्योंकि अधिकांश स्थानों पर बैंगन की फसल टोक्सोप्लाज़मोसिज़ प्रभावित मिट्टी में उगाई जाती है और ये मिट्टी के तत्व समय से पहले प्रसव का कारण बन सकते हैं। इसीलिए बैंगन को अच्छी तरह से धोकर पकाने की सलाह दी जाती है। इस अवधि के दौरान बैंगन खाने की मात्रा कम करना सबसे अच्छा है।

4)एलर्जी और एसिडिटी
कुछ मामलों में बैंगन का अधिक सेवन महिलाओं में एलर्जी का कारण बन सकता है। इसके कारण महिला को खुजली या दाने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा पाचन ठीक न होने के कारण भी एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups