मुंबई: हालाँकि मानसून(monsoon) गर्मी की तपिश से राहत देता है, लेकिन इस मौसम में कई बीमारियाँ फैलती हैं। बरसात के मौसम में जीका जैसी कई वेक्टर जनित बीमारियाँ (मच्छर जनित बीमारियाँ) फैलने लगती हैं। लगातार बारिश के कारण जलभराव हो जाता है और मच्छरों के पनपने की जगह बन जाती है। इससे जीका जैसे वायरस फैलते हैं। देश के कई हिस्सों में जीका वायरस के मामले(Cases of Zika virus) सामने आए हैं। सरकार ने नागरिकों से सावधान रहने को कहा है। आइए जानते हैं जीका वायरस के लक्षण और कैसे रखें ख्याल...
जीका वायरस से पीड़ित मरीजों में डेंगू और चिकनगुनिया जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यदि जीका वायरस गर्भवती महिलाओं को संक्रमित कर देता है तो गंभीर स्थिति उत्पन्न हो जाती है। अजन्मे बच्चे में सेरेब्रल पाल्सी या जन्मजात जीका सिंड्रोम विकसित हो सकता है। इसलिए, जीका वायरस संक्रमण को रोकने के लिए, फोर्टिस अस्पताल, मुलुंड में आंतरिक चिकित्सा के निदेशक और संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ। अनिता मैथ्यू (Dr. Anita Mathew) बताती हैं कि विशेष देखभाल कैसे करें।
जीका वायरस के लक्षण:
• हल्का से तेज़ बुखार
• नेत्रश्लेष्मलाशोथ (आंखों में दर्द)
• त्वचा पर चकत्ते/एलर्जी
• सिरदर्द
• मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों में दर्द
• समुद्री बीमारी और उल्टी
• कभी-कभी शरीर के ऊपरी और निचले हिस्से में कमजोरी महसूस होना
क्या करें और क्या न करें?
जीका का निदान होने के बाद व्यक्तियों को घर के अंदर ही रहना चाहिए। जितना हो सके आराम करें और खूब पानी पियें। गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से संक्रमित व्यक्तियों के आसपास रहने से बचना चाहिए। इस स्थिति के लिए किसी विशेष उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। आप अपना ख्याल रख सकते हैं।
जीका वायरस से संक्रमण को रोकने का एकमात्र तरीका मच्छर के काटने के जोखिम को कम करना है। ये मच्छर आमतौर पर दिन के दौरान काटते हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि आपका रहने का क्षेत्र हमेशा साफ और जमा पानी से मुक्त हो।
कुछ सावधानियां-
• विशेष रूप से बाहर जाते समय पूरी बाजू के कपड़े पहनें, और अगर बच्चे खेलने के लिए बाहर जा रहे हैं तो उन्हें भी पूरी बाजू के कपड़े पहनने चाहिए।
• यदि आप मच्छरों से प्रभावित क्षेत्र में रहते हैं तो दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें।
• मच्छर/कीट निरोधकों का प्रयोग करें।
• उबला/शुद्ध पानी ही पियें।
• घर पर बना ताजा खाना खाएं और बाहर का खाना खाने से बचें।
• बुखार के इलाज के लिए एस्पिरिन की गोलियां लेने से बचें और यदि लक्षण 2 दिनों से अधिक समय तक बने रहें तो डॉक्टर से परामर्श लें।
• अपने घर और घर के अंदर की हवा को ताज़ा रखें।
• खासकर बाहर से आने के बाद हाथों से नाक और मुंह को न छुएं।
• हमेशा बुनियादी स्वच्छता बनाए रखें और यदि संभव हो तो बार-बार हाथ धोएं।
• यदि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है तो भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, जिससे वायरल संक्रमण का खतरा कम हो जाएगा।
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Thu, Jul 11 , 2024, 07:48 AM