मुंबई। धार्मिक ग्रंथों (Religious texts) में कहा गया है कि जब पृथ्वी पर हाहाकार मच जाता है और धर्म संकट (Dharm Sankat) में पड़ जाता है तो भगवान विष्णु अवतार (Lord Vishnu's incarnation) लेते हैं। धर्मशास्त्र में भगवान विष्णु के 24 अवतारों (24 incarnations) का उल्लेख मिलता है। भगवान श्री राम, भगवान श्री कृष्ण को विष्णु का अवतार माना जाता है। कल्कि भगवान विष्णु (Kalki Bhagwan Vishnu) के दसवें अवतार होंगे। कहा जाता है कि इस अवतार के बाद कलियुग का अंत हो जाएगा। कल्कि के इस अवतार को लेकर हर किसी में उत्सुकता देखने को मिल रही है।
जब धर्म पर संकट आता है तो भगवान विष्णु पृथ्वी पर अवतार लेते हैं और धर्म की पुन: स्थापना करते हैं। धर्मशास्त्र में भगवान विष्णु के 24 अवतारों का उल्लेख है, जिनमें से कल्कि का अवतार होना अभी बाकी है। कहा जाता है कि इस अवतार के बाद कलियुग का अंत हो जाएगा। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार कलियुग के अंत में भगवान विष्णु कल्कि के रूप में अवतार लेंगे। सनातन धर्म की मान्यता के अनुसार ये कल्कि अवतार अधर्म का नाश करने और सत्ययुग को पुनर्जीवित करने के लिए होंगे। इस अवतार के माध्यम से भगवान विष्णु पाप का नाश करेंगे और धर्म की ध्वजा फहराएंगे।
कल्कि पुराण के अनुसार भगवान विष्णु यह अवतार संभल गांव में धारण करेंगे। उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद के पास संभल गांव को भगवान विष्णु का 10वां कल्कि अवतार माना जाता है। अग्नि पुराण के सोलहवें अध्याय में धनुष-बाण लिए घुड़सवार के रूप में कल्कि के अवतार का वर्णन किया गया है। भगवान कल्कि देवदत्त नामक सफेद घोड़े पर सवार होकर आएंगे और पापियों का नाश करेंगे। यह अवतार 64 कलाओं से युक्त होगा। उनके गुरु भगवान परशुराम होंगे। भगवान परशुराम के मार्गदर्शन में, भगवान कल्कि शिव की पूजा करके दिव्य शक्ति प्राप्त करेंगे और अधर्म का अंत करेंगे।
धर्मग्रंथों के अनुसार कलियुग का आरंभ 3012 ईसा पूर्व हुआ था। श्रीकृष्ण के पृथ्वी से विदा लेते ही कलियुग का प्रथम चरण प्रारम्भ हो गया। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार पृथ्वी पर चार लाख 32 वर्ष का कलियुग होगा। कलियुग का प्रथम चरण अभी चल रहा है। इसका मतलब यह है कि कलियुग के 3102+2023= 5125 वर्ष समाप्त हो चुके हैं और अभी भी 426875 वर्ष शेष हैं। कल्कि अवतार कलियुग के अंत में होगा। श्रीमद्भागवत पुराण के 12वें स्कंद के 24वें श्लोक के अनुसार जब बृहस्पति, सूर्य और चंद्रमा एक साथ पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करेंगे तो भगवान कल्कि अवतार लेंगे। यह अवतार कलियुग के अंत और सत्ययुग के आरंभ के बीच की अवधि में होगा। भगवान विष्णु के दसवें अवतार के संबंध में पुराणों में वर्णित तिथि के अनुसार भगवान का जन्म श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को होगा।
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Sat, Jul 06 , 2024, 09:35 AM