राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो ने जारी किया आंकड़े
आशीष सिंह
मुंबई : साल 2022 के लिए राष्ट्रीय अपराध (crime) रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत के अन्य महानगरों की तुलना में मुंबई को अब सुरक्षित नहीं कहा जा सकता है। चाहे वह हिंसक अपराध हों, महिलाओं के खिलाफ अपराध हों, आर्थिक अपराध हो या साइबर अपराध हो। शहर में पिछले साल मुंबई पुलिस द्वारा इन सभी शीर्षकों के तहत दर्ज मामलों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की गई।
दो मिलियन से अधिक आबादी वाली 19 महानगर क्षेत्रों में कुल 8 लाख 53 हजार 470 एफआईआर दर्ज हैं। भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत दर्ज एफआईआर कुल संख्या 6,20,356 थी और विशेष और लोकल लॉ (एसएलएल) के तहत 2,33,114 की संख्या थी। यह 2021 की तुलना में 10.4% की कमी थी, जिसमें 9,52,273 एफआईआर दर्ज किए गए थे। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि प्रति लाख जनसंख्या पर दर्ज अपराध दर 2021 में 445.9 से घटकर 2022 में 422.2 हो गई है।
रविवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, हिंसक अपराध जिनमें हत्याएं, गंभीर हमले, बलात्कार और छेड़छाड़ शामिल हैं, वे पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ गए हैं। इनमें से कई श्रेणियों में, मुंबई में 2022 में सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हक़ीन। जबकि कुछ में यह दूसरे स्थान पर रहे हैं। शहर में आईपीसी के तहत दर्ज अपराधों की कुल संख्या 2020 में 50,158 से बढ़कर 2021 में 63689 और 2022 में 69289 हो गई है।
महिलाओं के विभिन्न प्रकार के यौन उत्पीड़न (sexual harassment) के मामले में मुंबई काफी ऊंचे स्थान पर है। महिलाओं के खिलाफ कुल अपराध 2020 में 4583 से बढ़कर 2021 में 5543 और 2022 में 6176 हो गए। इसने इस संबंध में मुंबई शहर को दिल्ली के बाद दूसरे स्थान पर रखा, जिसने 2022 में महिलाओं के खिलाफ 14,158 अपराधों की भारी संख्या दर्ज की। आईपीसी की धारा 509 (महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने) के तहत मुंबई शहर में 2022 में महिलाओं के 667 मामले सामने आए जबकि दिल्ली में 387 मामले सामने आए हैं। वहीं 354 (छेड़खानी) के तहत दर्ज मामले मुंबई में 1859 हैं जबकि दिल्ली में 2002 मामले सामने आए हैं।
2022 में मुंबई में अपहरण के मामलों की संख्या काफी थी, जिनमें पीड़ित महिलाएं 1164 थीं। जबकि दिल्ली में यह आंकड़ा 3909 है जिसे पुलिस ने दर्ज किया है। जबकि महिलाओं के खिलाफ सबसे अधिक अपराधों में मुंबई शहर दिल्ली के बाद दूसरे स्थान पर था। महिलाओं के मानव तस्करी के मामलों की संख्या भी मुंबई में 2022 में 37 थी।
2022 में, मुंबई में 135 हत्या के मामले दर्ज किए गए, जबकि दिल्ली में 501 और बेंगलुरु के 173 के बाद देश में मुंबई तीसरे स्थान पर है। उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बाद 2365 मामलों के साथ महाराष्ट्र में भी हत्या के तीसरे सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
अपहरण के मामलों में भी मुंबई 1754 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि दिल्ली 5585 मामलों के साथ पहले स्थान पर है। अपहरण के 946 मामलों के साथ मुंबई के बाद बेंगलुरु का स्थान है। अगर गंभीर चोट की बात की जाए तो 1091 मामलों के साथ मुंबई देश में शीर्ष पर है, इसके बाद 421 मामलों के साथ कोलकाता और 259 मामलों के साथ पटना है। हथियार से गंभीर चोट पहुंचाने के मामले भी 654 दर्ज एफआईआर (FIR) के साथ मुंबई में सबसे ज्यादा हैं, जबकि कोलकाता में 208 मामले और बेंगलुरु में 143 मामले हैं।
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Mon, Dec 04 , 2023, 08:46 AM