अतिक्रमण कर बनाए गए हिस्सों को बीएमसी ने किया ध्वस्त
मुंबई। पश्चिमी उपनगर मालाड में बीएमसी (BMC) ने अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एमएम मिठाईवाला की दुकान सहित छह अलग-अलग मिठाई की दुकानों के कुछ हिस्सों को ध्वस्त कर दिया। इसमें अन्य दो मिठाई की दुकानों दिल्ली स्वीट्स (Delhi Sweets) और जलपान स्नैक्स की दुकान भी शामिल है। पी नॉर्थ वार्ड के असिस्टेंट कमिश्नर किरण दिघावकर ने कहा कि सड़क चौड़ीकरण में ये अवैध निर्माण आड़े आ रहे थे इन्होंने अतिक्रमण किया था। इसलिए बुधवार को बीएमसी ने यहां तोड़क कार्रवाई की है। तोड़ी गई सभी छह दुकानों ने सड़क के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था। वहीं दुकान मालिकों ने आरोप कहा कि उन्होंने किसी तरह का अवैध निर्माण नहीं किया है बीएमसी जानबूझकर परेशान कर रही है। मालाड पश्चिम में रेलवे स्टेशन से सटे कस्तूरबा रोड पर यह दुकानें हैं। यह सड़क स्थानीय लोगों के बीच स्टेशन रोड के रूप में भी जानी जाती है। यह रेलवे स्टेशन (railway station) और एस.वी. रोड के बीच लिंक है। यहां से बेस्ट बसों के साथ निजी वाहन और सार्वजनिक वाहन गुजरते हैं। यह काफी व्यस्त मार्ग है। इस सड़क पर फेरीवालों के साथ-साथ दुकानदारों द्वारा बड़े पैमाने पर अतिक्रमण किया गया है। इससे पूरा रोड लगभग ब्लॉक हो जाता है। इसके खिलाफ कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और संस्थाओं ने विरोध में प्रदर्शन भी किया था। दिघावकर ने कहा कि यह अतिक्रमण एक प्रस्तावित सड़क चौड़ीकरण परियोजना के रास्ते में आती हैं जो कई वर्षों से लंबित थी। हम इस मामले पर नजर रखे हुए थे क्योंकि दुकानों ने अपनी संपत्तियों का अवैध विस्तार किया था जिसके कारण हर दिन ट्रैफिक जाम रहता था। अतिक्रमण को हटाने से सड़क की जगह में वृद्धि हुई है इससे यहां से आने-जाने वालों को राहत मिलेगी।
जिन छह दुकानों में तोड़क कार्रवाई की गई है उसमें से तीन मिठाई की फ्रेंचाइजी दुकानें थी जबकि अन्य तीन दुकानें मोबाइल और यूटिलिटी स्टोर की थीं। बीएमसी अधिकारी ने कहा कि इनमें से प्रत्येक दुकान ने अपनी दुकानों से दो मीटर आगे तक और 30 फीट लंबाई में तक अवैध कब्ज़ा किया हुआ था। अधिकारी ने बताया कि बेस्ट (Best) के अधिकारियों ने इस मामले को कई बार यह मुद्दा उठाया था। उनकी शिकायत थी कि उनकी बसें दुकानों के हिस्से को छू सकती है क्योंकि वे अब लगभग सड़क के बीच में आ गए हैं। मालाड के पूर्व बीजेपी नगरसेवक विनोद मिश्रा ने कहा कि यह सच है कि यह एक पुरानी दुकान है जो ढह गई है, हालांकि कानून को सभी के साथ समान व्यवहार करना चाहिए और यह एक लंबे समय से लंबित मुद्दा था जो अब हल हो गया है। इस दुकान के अवैध हिस्से के कारण पूरी सड़क पर कब्जा कर लिया गया था, इसलिए इसे गिराने की जरूरत थी।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Wed, Dec 28 , 2022, 09:09 AM