उसके पहले दस सालो में 7 लाख की बढ़ी थी जनसंख्या
मुंबई। वार्डो की संख्या बढ़ाने और फिर घटाने का मामला कोर्ट के चपेटो में फंसा है। पिछली सरकार ने मुंबई में जनसंख्या बढ़ने का आधार मानते हुए मुंबई में वार्डो की संख्या में 9 की बढ़ोत्तरी कर दी थी।जून में सरकार बदलने के बाद पिछली सरकार द्वारा की गई वार्डो की बढ़ोत्तरी को रद्द कर दोबारा पहले जैसे था कर दिया। एकनाथ शिंदे फडणवीस सरकार (Eknath Shinde Fadnavis Govt.)द्वारा उठाए गए कदम का उद्धव सरकार ने मुंबई हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। मामला भले ही कोर्ट में लंबित हो लेकिन मुंबई मनपा ने पर्यावरण रिपोर्ट निकाल कर उद्धव के शिवसेना की पोल खोल कर रख दी है।पिछले दस सालो में मुंबई में मात्र 3 लाख 50 हजार के करीब ही जनसंख्या बढ़ी है जबकि 1991 से 2001 तक मुंबई में 7 लाख की जनसंख्या बढ़ी थी।मुंबई में दिनो दिन जनसंख्या बढ़ने का प्रमाण घटता जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि मुंबई में जनसंख्या बढ़ने का जिस आधार को मान कर उद्धव सरकार ने मुंबई मनपा की 9 सीट बढ़ाई थी उसी जनसंख्या की मनपा की आई पर्यावरण रिपोर्ट ने पोल खोल कर रख दिया है। पिछले दस सालो में मुंबई में कुल जनसंख्या में मात्र 3 लाख की बढ़ोत्तरी हुई है। वर्ष 2011 के जनगणना के अनुसार मुंबई में कुल जनसंख्या 1 करोड़ 26 लाख के करीब थी।मनपा का वर्ष 2022 की आई पर्यावरण की रिपोर्ट में मुंबई की कुल जनसंख्या 1 करोड़ 29 लाख 67 हजार के करीब है।इससे यह साफ हुआ कि मुंबई में दस सालो में 3 लाख 37 हजार जनसंख्या की बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले दस सालो में बढ़ी जनसंख्या को प्रतिशत में देखे तो मात्र 1,5 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। जबकि 2001 से 2011 के दौरान जनसंख्या में 3,8 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई थी।मुंबई में जनसंख्या बढ़ने का प्रमाण धीरे धीरे घटते जाने के बावजूद उद्धव सरकार ने मुंबई में वार्डो की संख्या में 9 की बढ़ोत्तरी करते हुए कुल वार्डो की संख्या 227 से बढ़ाकर 236 कर दिया।जून में ही राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ और एकनाथ शिंदे और फडणवीस सरकार ने उद्धव सरकार के लिए गए निर्णय को अवैध करार देते हुए बढ़े हुए वार्डो की संख्या को रद्द akr दिया। जिसको लेकर मामला कोर्ट में गया और लंबित पड़ा हुआ है।मामला भले ही कोर्ट में गया लेकिन मुंबई मनपा जिसमे उद्धव ठाकरे की ही सरकार थी उसके द्वारा हर साल प्रकाशित की जाने वाली पर्यावरण रिपोर्ट ने पोल खोल कर रख दिया है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले दस साल में 2011 से 2022 मुंबई में मात्र 1,5 प्रतिशत जनसंख्या की बढ़ोत्तरी हुई है जबकि इसके पहले 2001 से 2011 के दौरान जनसंख्या में 3,8 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई थी।मुंबई में सबसे अधिक जनसंख्या बढ़ने का प्रमाण 1951 में 66 प्रतिशत था उसके 1971 में 43 प्रतिशत था वहीं 1981 में 38 प्रतिशत और 1991 में 21 प्रतिशत था और 2001 में कुल जनसंख्या बढ़ने का प्रमाण 20,6 प्रतिशत था । जबकि 2011 में मात्र 3,8 प्रतिशत ही जनसंख्या बढ़ी थी वही अब 2022 में जनगणना भले ही नही हुई हो लेकिन मुंबई मनपा द्वारा प्रकाशित की जाने वाली पर्यावरण रिपोर्ट अनुसार पिछले दस साल में मात्र 1,5 प्रतिशत ही मुंबई में जनसंख्या बढ़ी है। मनपा प्रशासन द्वारा निकाली गई पर्यावरण कि रिपोर्ट को एकनाथ शिंदे और फडणवीस की सरकार ने कोर्ट के समुख्ख जानकारी रखी तो पिछली सरकार के किए धराए पर पानी फिर जाएगा।
किस तरह मुंबई में बढ़ी जनसंख्या
सन कुल जनसंख्या
1901 93 हजार
1911। 10 लाख 1 हजार।
1921। 10 लाख। 30 हजार
1931। 10 लाख। 40 हजार।
1941। 10 लाख 80 हजार।
1951। 20 लाख 9 हजार।
1961। 40 लाख 1 हजार।
1971। 50 लाख 9 हजार।
1981। 80 लाख 2 हजार।
1991। 90 लाख। 9 हजार।
2001। 1 करोड़ 19 लाख।
2011। 1 करोड़। 26 लाख।
2022। 1 करोड़ 29 लाख 67 हजार
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Mon, Dec 19 , 2022, 07:28 AM