Petrol and Diesel Rate: पेट्रोल, डीज़ल की आज की कीमतें! ईंधन की दरों में कोई बदलाव हुआ है? जानें किस शहर में सबसे सस्ती कीमत है

Wed, Oct 08 , 2025, 02:11 PM

Source : Hamara Mahanagar Desk

Today's Petrol and Diesel Rate: नया दिन, नया महीना। पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें (Petrol and diesel prices), जो रोज़मर्रा के खर्चों को सीधे प्रभावित करती हैं, देश की तेल विपणन कंपनियों (OMC) द्वारा रोज़ाना सुबह 6 बजे घोषित की जाती हैं। अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों (international crude oil prices) और डॉलर-रुपये की विनिमय दर में बदलाव के आधार पर दरों में संशोधन किया जाता है। वर्तमान में किस शहर में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें सबसे कम हैं? हालाँकि, GST कटौती (GST cut) का पेट्रोलियम उत्पादों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 8 अक्टूबर को, भारत का ईंधन बाजार लगभग अपरिवर्तित रहा। मुंबई में पेट्रोल (Petrol in Mumbai) की कीमत ₹103.50 प्रति लीटर थी, जबकि डीज़ल ₹92.02 प्रति लीटर पर बिका।

किस शहर में सबसे कम कीमत है?
आज, मुंबई में तेल की कीमतों में मामूली वृद्धि देखी गई, पेट्रोल ₹103.50 और डीज़ल ₹90.03 पर। बैंगलोर में, पेट्रोल की कीमतें अपरिवर्तित रहीं, जबकि डीज़ल की कीमतों में थोड़ी गिरावट आई। चंडीगढ़ में पेट्रोल की कीमत सबसे कम ₹94.30 प्रति लीटर है, जबकि दिल्ली में यह ₹94.77 प्रति लीटर है। चंडीगढ़ में डीज़ल भी सबसे सस्ता ₹82.45 प्रति लीटर है, जो सभी प्रमुख शहरों में सबसे कम है। गुड़गांव में पेट्रोल की कीमत ₹95.18 और डीज़ल की कीमत ₹87.65 प्रति लीटर है।

पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में बदलाव
तेल की कीमतें वैश्विक बाज़ारों, कच्चे तेल की दरों, करों और परिवहन लागतों के आधार पर रोज़ाना बदलती हैं। यही कारण है कि एक ही दिन में भी राज्यों और शहरों में ईंधन की कीमतें अलग-अलग होती हैं। अगर आप रोज़ाना सफ़र करते हैं या इस सप्ताहांत लंबी ड्राइव की योजना बना रहे हैं, तो आज की पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें आपके बजट को सीधे प्रभावित कर सकती हैं।

क्या पिछले दो सालों से कीमतें स्थिर हैं?
मई 2022 से, केंद्र सरकार और कई राज्यों द्वारा करों में कटौती के बाद पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। हालाँकि अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में उतार-चढ़ाव होता रहता है, लेकिन भारतीय उपभोक्ताओं के लिए कीमतें अपेक्षाकृत स्थिर रही हैं।

ईंधन की कीमतें निर्धारित करने वाले कारक
कच्चे तेल की कीमतें:

पेट्रोल और डीज़ल मुख्य रूप से कच्चे तेल से उत्पादित होते हैं। जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो इसका सीधा असर भारतीय बाज़ार पर पड़ता है।

डॉलर के मुकाबले रुपया:
भारत अपना ज़्यादातर कच्चा तेल आयात करता है, और इसे डॉलर में खरीदा जाता है। अगर रुपया कमज़ोर होता है, तो ईंधन महंगा हो जाता है।

सरकारी कर और शुल्क:
केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल और डीज़ल पर भारी कर लगाती हैं, जो खुदरा मूल्य का एक बड़ा हिस्सा होता है। यही कारण है कि राज्यों में कीमतों में अंतर होता है।

शोधन लागत:
कच्चे तेल को उपयोगी बनाने की प्रक्रिया (शोधन) में भी लागत आती है। यह लागत कच्चे तेल की गुणवत्ता और रिफ़ाइनरी की क्षमता पर निर्भर करती है।

माँग और आपूर्ति संतुलन:
अगर बाज़ार में ईंधन की माँग बढ़ती है, तो कीमतें भी बढ़ जाती हैं। त्योहारों, गर्मी या सर्दियों के दौरान ईंधन की खपत ख़ास तौर पर ज़्यादा होती है।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups