Parenting Tips: किशोरों का पालन-पोषण अब पहले जितना आसान नहीं रहा। आज की दुनिया में किशोरों के साथ तालमेल बिठाना और उनका मार्गदर्शन करना एक बड़ी चुनौती है। लेकिन अगर आप इन कमज़ोर बच्चों की भावनात्मक और मानसिक ज़रूरतों को समझें और उन्हें पूरा करने की कोशिश करें, तो आप उनसे संवाद कर सकते हैं।
अगर बच्चे अपने लिए निजता चाहते हैं, तो माता-पिता को सोच-समझकर उन्हें यह मौका देना चाहिए। हालाँकि, बच्चों को निजता की आज़ादी देते हुए, उन्हें इसके साथ आने वाली ज़िम्मेदारियों और कुछ बुनियादी नियमों से भी अवगत कराना चाहिए। आइए आज इन मुद्दों पर चर्चा करें।
किशोर निजता की माँग क्यों करते हैं?
किशोरावस्था वह समय होता है जब बच्चे खुद को स्वतंत्र और ज़िम्मेदार साबित करने की कोशिश करते हैं। वे अपने दोस्तों, पढ़ाई और निजी रुचियों के बारे में सोचते हैं। दरअसल, एकांत की चाहत उनकी स्वतंत्र होने और अपनी पहचान बनाने की क्षमता का एक हिस्सा है। बातचीत के रास्ते खुले रखें। किशोरों से बात करते समय सहानुभूति और समझदारी दिखाएँ।
उनसे सीधे सवाल पूछने के बजाय उनके विचारों को समझने की कोशिश करें। खुला संवाद उन्हें आश्वस्त करता है कि आप उन्हें सुनने और समझने के लिए तैयार हैं। उनकी जगह का सम्मान करें। बिना दस्तक दिए अपने बच्चे के कमरे में प्रवेश न करें। उनके दोस्तों और उनकी दिनचर्या के बारे में जानना ज़रूरी है, लेकिन उनकी हर गतिविधि पर नज़र रखना परेशान करने वाला हो सकता है।
विश्वास बढ़ाएँ
अपने किशोर को आश्वस्त करें कि आप उनकी निजता का सम्मान करते हैं। ऐसा करने से, वे अपनी समस्याएँ आपसे साझा करने के लिए ज़्यादा उत्सुक होंगे। समय-समय पर अपने किशोर से बात करें। उनसे उनके स्कूल, दोस्तों और अन्य रुचियों के बारे में बात करें। इससे उन्हें आपके साथ अपने विचार साझा करने में अधिक सहजता महसूस होगी।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Fri, Sep 12 , 2025, 10:15 AM