Ganesh Visarjan 2025 : गौरी-गणपति बप्पा के विसर्जन का आज है सही समय और मुहूर्त, विदाई का सही समय और मुहूर्त क्या है?

Tue, Sep 02 , 2025, 08:15 PM

Source : Hamara Mahanagar Desk

Ganesh Visarjan: गणेश चतुर्थी पूरे देश में धूमधाम से मनाई जाती है। दस दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में गणपति विसर्जन का विशेष महत्व है। यह उत्सव अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) के दिन संपन्न होता है। कुछ भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार अनंत चतुर्दशी से पहले अलग-अलग दिनों में बप्पा को विदाई देते हैं। पिछले रविवार, 31 अगस्त को पाँच दिवसीय गणपति विसर्जन हुआ था। अब सातवें दिन गौरी-गणपति (seventh day, Gauri-Ganpati) का विसर्जन होगा। अगर इस साल आपके घर में गौरी गणपति विराजमान हुए हैं, तो आज से ही गणेश विसर्जन की आपकी तैयारियाँ शुरू हो गई होंगी। लेकिन गणपति विसर्जन का शुभ मुहूर्त क्या है, किस समय बप्पा का विसर्जन करना चाहिए, इसके बारे में हम जानने जा रहे हैं।

गणेशोत्सव का समापन कब होगा?
गणेशोत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी यानी 6 सितंबर को होगा। यह दिन गणपति विसर्जन के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन कुछ भक्त अपनी परंपरा के अनुसार डेढ़, तीन, पाँच या सात दिन बाद भी गणपति विसर्जन करते हैं। पंचांग के अनुसार, गणेशोत्सव के सातवें दिन गणपति विसर्जन 2 सितंबर को होगा। इसके बाद, दस दिवसीय गणपति विसर्जन 6 सितंबर को होगा।

विसर्जन का मुहूर्त क्या है?
प्रातः काल का मुहूर्त: सुबह 9:10 बजे से दोपहर 1:56 बजे तक।
दोपहर का मुहूर्त: दोपहर 3:31 बजे से शाम 5:06 बजे तक।
शाम का मुहूर्त: रात 8:06 बजे से रात 9:31 बजे तक।
रात्रि का मुहूर्त: रात 10:56 बजे से 3 सितंबर को सुबह 3:10 बजे तक।
गणपति विसर्जन के दौरान क्या करें?
गणपति विसर्जन से पहले गणपति बप्पा की विधिवत पूजा करें।
फिर उन्हें मोदक, फल और मिठाई का भोग लगाएँ।
इसके बाद बप्पा से सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें।
गणपति बप्पा के मंत्रों का जाप करें।
विसर्जन के दौरान हल्के रंग के वस्त्र पहनें।
विसर्जन के दौरान किसी से भी बहस न करें।
इस दिन चिकन, मछली, मटन जैसे खाद्य पदार्थ न खाएँ।
विसर्जन के दौरान आप क्या करेंगे?
इस बीच, गणेश विसर्जन के दौरान पर्यावरण का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है। अगर आप शाडू से बनी मिट्टी की मूर्ति या प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) की मूर्ति का उपयोग कर रहे हैं, तो उसे घर पर ही किसी कृत्रिम तालाब या बाल्टी में विसर्जित करें। इससे जल प्रदूषण को रोका जा सकता है। साथ ही, विसर्जन से पहले मूर्ति पर लगे हार, फूल और प्लास्टिक के सजावटी सामान को अलग कर दें और उनका उचित तरीके से निपटान करें।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups