Increase memory naturally: लिथियम एक ऐसा खनिज है जिसे हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन यह मस्तिष्क और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी है। याददाश्त कमज़ोर होने यानी डिमेंशिया से बचने के लिए आपको अपने आहार में लिथियम युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
आजकल भागदौड़ भरी ज़िंदगी, तनाव और खान-पान की आदतों के कारण लोग कम उम्र में ही डिमेंशिया जैसी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। हाल के शोध से पता चला है कि लिथियम की कमी से समय से पहले डिमेंशिया हो सकता है।
लिथियम एक ज़रूरी ट्रेस मिनरल है जो मस्तिष्क की कोशिकाओं की रक्षा करता है और तंत्रिका स्वास्थ्य को मज़बूत बनाता है। अच्छी बात यह है कि लिथियम हमें अपने रोज़ाना के खाने से भी मिल सकता है। आइए जानें उन 8 लिथियम युक्त खाद्य पदार्थों के बारे में, जिन्हें अपने आहार में शामिल करके आप अपनी याददाश्त को लंबे समय तक तेज़ बनाए रख सकते हैं।
अनाज
अनाज हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और कई अध्ययनों के अनुसार, ये दैनिक लिथियम सेवन की दो-तिहाई ज़रूरत पूरी करते हैं। ज्वार, बाजरा, गेहूँ और चना जैसे साबुत अनाज, विशेष रूप से, धीरे-धीरे शरीर को पर्याप्त लिथियम प्रदान करते हैं।
आलू
आलू एक आम सब्ज़ी है, लेकिन इसमें मौजूद लिथियम आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। एक मध्यम आकार का आलू थोड़ी मात्रा में लिथियम प्रदान कर सकता है, लेकिन नियमित रूप से आलू खाने से धीरे-धीरे यह कमी पूरी हो सकती है।
टमाटर
टमाटर में भी लिथियम तत्व होते हैं। मात्रा भले ही कम हो, लेकिन जब आप रोज़ाना सलाद, करी या सूप के रूप में टमाटर खाते हैं, तो वे लिथियम का एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण स्रोत बन जाते हैं।
काजू
बादाम, अखरोट, मूंगफली और काजू में अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में अधिक लिथियम होता है। रोज़ाना मुट्ठी भर काजू खाने से न केवल लिथियम का स्तर बढ़ता है, बल्कि इनमें मौजूद स्वस्थ वसा और प्रोटीन मस्तिष्क और शरीर के लिए भी फायदेमंद होते हैं।
दालें और फलियाँ
राजमा, छोले, मसूर और मूंग जैसे खाद्य पदार्थ प्रोटीन और आयरन के साथ-साथ लिथियम के भी अच्छे स्रोत हैं। नियमित रूप से दालें और फलियाँ खाने से शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है और याददाश्त भी मज़बूत रहती है।
मसाले (धनिया, जीरा, जायफल)
भारतीय व्यंजनों में आम तौर पर इस्तेमाल होने वाले मसाले जैसे धनिया, जीरा और जायफल में भी (थोड़ी मात्रा में) लिथियम होता है। हालाँकि इसकी मात्रा बहुत ज़्यादा नहीं होती, लेकिन रोज़ाना के खाने में इस्तेमाल होने वाले मसाले धीरे-धीरे लिथियम की ज़रूरत को पूरा करने में मदद करते हैं।
चाय (ग्रीन टी या ब्लैक टी)
भारत में, चाय सिर्फ़ एक पेय नहीं, बल्कि एक आदत है। ग्रीन टी और ब्लैक टी में लिथियम पाया जाता है, हालाँकि ब्लैक टी में इसकी मात्रा थोड़ी ज़्यादा होती है। रोज़ाना एक या दो कप चाय पीने से न सिर्फ़ ताज़गी मिलती है, बल्कि थोड़ी मात्रा में लिथियम भी मिलता है।
हरी सब्ज़ियाँ (पत्तागोभी, पत्तेदार सब्ज़ियाँ)
पत्तागोभी और पालक जैसी हरी सब्ज़ियों में भी लिथियम पाया जाता है। लिथियम का यह मिश्रण, इसमें मौजूद फ़ाइबर, विटामिन और खनिजों के साथ मिलकर मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
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Sat, Aug 23 , 2025, 10:30 AM