देश के कई राज्यों में COVID-19 मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसलिए राज्य सरकार सतर्क हो गई है। उन्होंने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एडवाइजरी और सावधानी जारी की है। सभी अस्पतालों को भी सतर्क रहने को कहा गया है। कोविड से लड़ने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली में तीन साल बाद कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, केरल, कर्नाटक और अन्य राज्यों में कोविड-19 ( COVID-19) के नए मामले सामने आ रहे हैं।
कल मुंबई में 35 कोरोना मरीज
राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, शुक्रवार (23 मई) को 45 नए मरीज सामने आए। इनमें से सबसे ज्यादा 35 मरीज अकेले मुंबई में पाए गए हैं। इसके साथ ही मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या 185 तक पहुंच गई है। इसके चलते मुंबई नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया है और उसने विभिन्न अस्पतालों में आरक्षित बेड की व्यवस्था कर दी है और कहा है कि जरूरत पड़ने पर स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ाई जाएंगी। मई महीने से मुंबई शहर में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। हालाँकि, इन सभी रोगियों को फ्लू और अन्य बीमारियाँ भी हैं। नगर निगम प्रशासन ने नागरिकों से घबराने की बजाय सावधानी बरतने की अपील की है।
जनवरी 2025 से अब तक राज्य में कुल 6,819 कोविड परीक्षण किए गए हैं, जिनमें से 210 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। अकेले मुंबई मंडल में कुल 185 मरीज पाए गए हैं। इनमें से अब तक 81 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि वर्तमान में सक्रिय मरीजों को घर पर ही इलाज दिया जा रहा है क्योंकि उनमें हल्के लक्षण हैं।
ठाणे में कोरोना के 10 मरीज
पिछले तीन दिनों में ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र में 10 कोरोना मरीज पाए गए हैं। उनमें कोरोना के हल्के लक्षण हैं और उनका घर पर ही इलाज किया जा रहा है। इस बीच, मनपा आयुक्त सौरभ राव ने मनपा स्वास्थ्य विभाग और सभी अस्पतालों को कोरोना मरीजों की जांच के लिए अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में एक विशेष कक्ष स्थापित किया गया है। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाओं और परीक्षण किटों का पर्याप्त भंडार है। छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 19 बेड का अलग वार्ड तैयार किया गया है। कलवा में आरटीपीसीआर सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
कौन सा वैरिएंट इस अवस्था में है?
ओमिक्रॉन का JN.1 वैरिएंट और इसके सभी वैरिएंट LF.7 और NB.1.8 नई कोरोना लहर के लिए जिम्मेदार हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दिसंबर 2023 में जेएन.1 को वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट घोषित किया है। इस वैरिएंट के अधिक संक्रामक होने का दावा किया जाता है। बेशक, यह अन्य प्रकारों से अधिक खतरनाक नहीं है। इसमें बुखार, जुकाम, खांसी, गले में खराश और शरीर में दर्द जैसे लक्षण शामिल हैं।
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Sat, May 24 , 2025, 12:23 PM