Yavatmal Crime News : महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में एक चौंकाने वाला हत्या का मामला सामने आया है। प्रधानाध्यापिका ने अपने शिक्षक पति को जहर देकर (poisoning) मार डाला। शांतनु देशमुख (32, निवासी सुयोगनगर) का शव जंगल में सुनसान जगह पर आंशिक रूप से जला हुआ मिला। चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि प्रधानाध्यापिका ने अपने पति के शव को ठिकाने लगाने के लिए तीन छात्रों की मदद ली थी। आरोपी पत्नी का नाम निधि शांतनु देशमुख है। दोनों एक ही स्कूल में पढ़ाते थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दंपत्ति के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था, जिसके चलते निधि ने अपने पति शांतनु की हत्या कर दी। शांतनु का शव 15 मई को यवतमाल शहर के पास चौसाला जंगल में 13-14 मई की मध्य रात्रि के आसपास जला हुआ पाया गया था। निधि ने पहले अपने पति को जहर देकर मारा। इसके बाद उसने शव को ठिकाने लगाने के लिए चौसाला जंगल में फेंक दिया। इसके बाद उसने अपने ही स्कूल के तीन छात्रों के साथ मिलकर अपने पति के शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की। पहचान छुपाने के लिए शव को जला दिया गया। पुलिस ने मामले की गहनता से जांच कर मामला सुलझा लिया है।
प्रेम विवाह के कारण वह अपने माता-पिता से अलग हो गया है
वह अपने माता-पिता से अलग रह रहा था क्योंकि शांतनु और निधि ने प्रेम विवाह किया था। जंगल में शव मिलने की खबर फैलते ही शांतनु के साथ बार में शराब पी रहे दोस्तों के बीच चर्चा शुरू हो गई। पुलिस ने इस मामले में दोस्तों से पूछताछ शुरू कर दी है। उस समय किसी के मोबाइल फोन पर शांतनु की 13 मई की तस्वीर मिली और उसके बाद वह गायब हो गया। उसने जो शर्ट पहन रखी थी और शव के पास जो कपड़े का टुकड़ा था, दोनों एक जैसे थे। यहीं से पुलिस की जांच शुरू हुई।
शव की पहचान कैसे हुई?
आंशिक रूप से जले हुए शरीर से शर्ट की आस्तीन का एक टुकड़ा और शर्ट का बटन साक्ष्य के रूप में जब्त कर लिया गया। चूंकि मृतक की पहचान सुनिश्चित नहीं की जा सकी थी, इसलिए यवतमाल जिले के साथ-साथ वाशिम, वर्धा, अमरावती ग्रामीण जैसे आसपास के जिलों के पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर दर्ज गुमशुदा व्यक्तियों के बारे में जानकारी एकत्र की गई। यवतमाल जिले में अपंजीकृत गुमशुदा व्यक्तियों की खोज करते समय पुलिस को सूचना मिली कि सनराइज स्कूल में कार्यरत शिक्षक शांतनु देशमुख पिछले कुछ दिनों से लापता हैं। इसके बाद पुलिस ने उसके दोस्त मनोज झाडे, आनंद क्षीरसागर, राजेश उइके और सुजीत भंडाकर से जानकारी ली। इस बारे में शांतनु देशमुख ने कहा कि वह 13 मई के बाद से उनसे संपर्क में नहीं हैं। दोस्तों ने 18 मई को घटनास्थल से बरामद शर्ट की आस्तीन का आंशिक रूप से जला हुआ टुकड़ा और बटन की पहचान शांतनु देशमुख के रूप में की।
गूगल पर सर्च करके जहरीला जूस बनाया
शांतनु को शराब की लत लग गई थी। उससे छुटकारा पाने के लिए निधि ने हत्या की साजिश रची। उसने गूगल पर सर्च करके जहरीला जूस बनाया। और नशे में धुत्त शांतनु को पिलाया और उसकी मृत्यु हो गई। शादी के बाद कुछ दिनों तक तो जिंदगी ठीक-ठाक चली, लेकिन शांतनु को शराब की लत लग गई। इससे दोनों के बीच बहस शुरू हो गई और निधि अपने पति से छुटकारा पाने के बारे में सोचने लगी। शांतनु एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। उनकी पत्नी निधि देशमुख भी उसी स्कूल में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत थीं। इन दोनों में प्यार हो गया। इस बीच, एक साल पहले दोनों की शादी हो गई। इसके बाद वे अपने माता-पिता से अलग रहने लगे। पिछले कुछ समय से दोनों के बीच विवाद चल रहा था। शांतनु के लगातार उत्पीड़न से तंग आकर निधि ने उसे मारने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने तीन छात्रों की मदद ली।
अपने पति को मारने के इरादे से उसने 13 मई की रात को उसे जहरवाला जूस दे दिया। इसके बाद उसने शव को रातभर घर में ही रखा। वह अगले दिन स्कूल गयी। शव को ठिकाने लगाने के लिए छात्रों की मदद लेने का निर्णय लिया। रात में छात्रों की मदद से शांतनु के शव को चौसाला जंगल में ले जाकर फेंक दिया गया। जब उसे डर लगने लगा कि अगर शव की पहचान हो गई तो उसकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी तो वह जंगल में वापस गई और अपने पति के शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
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Wed, May 21 , 2025, 01:03 PM