हमारे AKASH ने फ़तेह-1 को रोका, पाक का मनोबल टूटा, जानिए इस भारतीय वीर के बारे में

Sat, May 10 , 2025, 04:06 PM

Source : Hamara Mahanagar Desk

इस समय भारत और पाकिस्तान (India and Pakistan) के बीच युद्ध जैसे हालात हैं। तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। पाकिस्तान लगातार तीन दिनों से भारत पर ड्रोन और मिसाइलों (drones and missiles) से हमला करने की कोशिश कर रहा है। भारत ने अब तक कई हमलों को सफलतापूर्वक विफल किया है। पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलें हवा में ही नष्ट कर दी गईं। पाकिस्तान ने हमले के लिए फतेह-1 मिसाइल, जेएफ-17, एफ-16 और डीजेआई सैन्य ड्रोन का इस्तेमाल किया। आकाश एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के इस हथियार को हवा में ही नष्ट करने में अहम भूमिका निभाई। पाकिस्तानी हमलों को पूर्णतः विफल घोषित किया गया।

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आकाश भारत की स्वदेशी रूप से विकसित सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने आकाश वायु रक्षा प्रणाली विकसित की है। इस प्रणाली को 2014 में भारतीय सेना और वायु सेना में तैनात किया गया था। इसका अगला संस्करण, आकाश-एनजी (नेक्स्ट जेनरेशन) 2021 में पेश किया गया था। यह प्रणाली कम और मध्यम ऊंचाई के हवाई खतरों, लड़ाकू जेट, ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन की गई है।

विशेषता
रेंज : 45-70 किमी (स्काई-एनजी)

लक्ष्य: लड़ाकू विमान, ड्रोन, क्रूज मिसाइल और बैलिस्टिक मिसाइल

मार्गदर्शन: रडार आधारित कमांड मार्गदर्शन और सक्रिय रडार होमिंग (आकाश-एनजी)

वारहेड: 60 किलोग्राम उच्च विस्फोटक

सटीकता: 90-100% अवरोधन दर

तैनाती: मोबाइल लांचर, टैंक और ट्रकों पर तैनात

इलेक्ट्रॉनिक प्रतिवाद (ईसीसीएम): दुश्मन की जामिंग और इलेक्ट्रॉनिक हस्तक्षेप को बेअसर करने में सक्षम। स्वदेशीकरण: 96% अधिक स्वदेशी घटक, जिससे ‘मेक इन इंडिया’ का प्रतीक सामने आया।

आकाश की शक्ति क्या है?

पिछले वर्ष आकाश मिसाइलों ने चार लक्ष्यों को नष्ट किया था। भारत दुनिया का पहला देश है जिसने एक ही मिसाइल से चार हवाई लक्ष्यों को नष्ट किया है। आकाश मिसाइल प्रणाली की एक इकाई में चार मिसाइलें होती हैं, जो अलग-अलग लक्ष्यों को नष्ट करती हैं।

फ़तेह-1 को कैसे उड़ाया गया?

9 मई को पंजाब में दागी गई फतेह-1 मिसाइल को आकाश-एनजी ने हवा में ही रोक लिया था। मिसाइल आकाश की सीमा (70 किमी) के भीतर आ गयी। उसका पता लगाया गया और उसे रोक लिया गया।

ड्रोन झुंड: आकाश डीजेआई सैन्य ड्रोन और अन्य ड्रोन झुंडों को बेअसर कर देता है। जो श्रीनगर, बारामूला और भुज में हमला करने की कोशिश कर रहे थे। आकाश की ईसीसीएम क्षमताएं और रडार सटीकता महत्वपूर्ण हैं।

मिसाइल हमले: पंजाब और राजस्थान में पीएल-15 और एएमआरएएएम मिसाइलों को आकाश द्वारा हवा में ही नष्ट कर दिया गया। आकाश मिसाइल की जमीनी प्रणाली को उन्नत किया गया है। इसके अलावा, रडार, ईओटीएस और टेलीमेट्री स्टेशन, मिसाइल प्रक्षेप पथ और उड़ान मापदंडों में सुधार किया गया है।

देश में आकाश के तीन प्रकार हैं

  • पहले आकाश एमके की रेंज 30 किलोमीटर है।
  • दूसरा है आकाश एमके 2 – रेंज 40 किमी.
  • थर्ड स्काई एनजी - रेंज 80KM है।
  • आकाश-एनजी 20 किमी की ऊंचाई तक पहुंचकर दुश्मन के विमानों और मिसाइलों को नष्ट कर सकता है।

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