दुनिया भर में गंभीर बीमारी मधुमेह के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मधुमेह का पता चलने के बाद, दैनिक आहार में बदलाव करके कई आदतों को प्रतिबंधित करना पड़ता है। व्यस्त जीवनशैली, खान-पान की आदतों में बदलाव, निर्जलीकरण, जंक फूड, अपर्याप्त नींद आदि का स्वास्थ्य पर तत्काल प्रभाव पड़ता है। रक्त शर्करा (blood sugar) का स्तर बढ़ने पर स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचने की संभावना रहती है। क्योंकि मधुमेह शरीर के अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचाता है। इसलिए शरीर में मधुमेह के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेकर उचित दवा लेनी चाहिए। इसके अलावा कई तरह के आहार प्रतिबंधों का पालन करना पड़ता है।
मधुमेह होने पर शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है, इसके अलावा उच्च रक्तचाप और कई अन्य गंभीर समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। इसलिए, प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का सेवन करके मधुमेह को नियंत्रित किया जाना चाहिए। कई लोग मधुमेह होने के बाद इसे नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ऐसा करने की बजाय उन्हें डॉक्टर की सलाह के अनुसार उचित दवा और उपचार लेकर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। आज हम आपको बताएंगे कि करेले का इस्तेमाल कैसे करें और अपनी डायबिटीज को कैसे कंट्रोल में रखें। इससे शरीर को क्या लाभ पहुंचता है? हम इस बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
उच्च रक्त शर्करा (blood sugar) के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए आपको अपने आहार में करेले का सेवन करना चाहिए। करेले का जूस या करेले की सब्जी खाने से मधुमेह को नियंत्रण में रखने में मदद मिलेगी। मधुमेह से पीड़ित होने पर करेले का सेवन करना आवश्यक है। इसमें मौजूद एंटी-डायबिटिक घटक शरीर की इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ाकर रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में प्रभावी होते हैं।
करेला खाने के फायदे:
मधुमेह होने पर आपको करेले का सेवन करना चाहिए। आप करेले का जूस (Bitter gourd juice) , सब्जी या कोई भी अन्य व्यंजन खा सकते हैं। करेले का जूस पीने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। करेले में कैरेटिन और पॉलीपेप्टाइड-पी जैसे तत्व पाए जाते हैं। इन गुणों से भरपूर करेला का सेवन करने से स्वास्थ्य बेहतर होता है।
करेले का जूस पीने के फायदे:
करेले के जूस के गुण स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी होते हैं। इससे शरीर में बढ़ी हुई शुगर नियंत्रण में रहती है। करेले का जूस बनाने के लिए सबसे पहले करेले को कद्दूकस कर लें। फिर इसका रस निकालें और स्वादानुसार नमक मिलाकर पीएं। आप इस जूस को सप्ताह में तीन बार या नियमित रूप से पी सकते हैं। करेले का जूस पीने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इस जूस में एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स होते हैं।
नोट – यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है और इसमें किसी भी प्रकार के उपचार का दावा नहीं किया गया है। कोई भी उपाय अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें और उनकी सलाह के अनुसार तथा उचित संशोधनों के साथ ही उसका प्रयोग करें।
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Sat, Feb 15 , 2025, 01:01 PM