मुंबई। पिछले कुछ वर्षों तक मधुमेह (disease) को एक आनुवांशिक बीमारी माना जाता था। हालाँकि, अब यह रोग एक जीवनशैली रोग (lifestyle disease) में बदल गया है और कई लोगों की जान ले चुका है। ऐसा कहा जाता है कि एक बार आप मधुमेह की गोलियाँ लेना शुरू कर दें तो आपको उन्हें मरते दम तक लेना पड़ता है। मधुमेह को एक ऐसी बीमारी के रूप में वर्णित करना गलत नहीं होगा जो पिछले वर्ष में तेजी से बढ़ी है। इसलिए, मधुमेह को नियंत्रण में रखना या टाइप 2 मधुमेह को उलटना महत्वपूर्ण है। कहा जाता है कि फल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। हालांकि, जिन लोगों का मधुमेह गंभीर रूप ले चुका है, उन्हें भी फल खाने से मना किया जाता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आप डायबिटीज होने पर भी खा सकते हैं। इतना ही नहीं, यह फल मधुमेह के खिलाफ भी प्रभावी है और इस फल का नियमित सेवन आपको मधुमेह की समस्या से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है। आइये इस अनोखे फल के बारे में जानें।
क्या यह कोई जादुई फल है?
हम सभी मानसून के मौसम में खिलने वाले काले कमल के फूल के बारे में जानते हैं। यह फूल जितना आकर्षक है उतना ही सुगंधित भी है, हिंदू धर्म में इसका विशेष स्थान है। दुनिया भर में इस फूल की 500 से अधिक किस्में पाई जाती हैं। इस वृक्ष पर लगने वाले फल को कृष्ण फल या पैशन फ्रूट के नाम से जाना जाता है। यह कृष्ण फल मधुमेह के इलाज के रूप में जाना जाता है। क्योंकि कृष्णा फल में कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम, सोडियम, विटामिन सी, ए, डी, के, ई, आयरन, फास्फोरस, एंटीऑक्सीडेंट आदि कई पोषक तत्व होते हैं। ये पोषक तत्व न केवल हमारे शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य (mental health) के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं।
कृष्ण फल कैसा है?
कृष्णा फल ब्राज़ील का मूल फल है। इसलिए, बहुत से भारतीयों को इस फल के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। इसकी खेती दुनिया भर के कई देशों में की जाती है। भारत में कृष्णा फल का व्यापक उत्पादन नागालैंड, केरल, कर्नाटक, मिजोरम और मेघालय जैसे राज्यों में होता है। महाराष्ट्र में भी पुणे, जालना और सतारा जैसे शहरों में किसानों ने कृष्णा फल की खेती शुरू कर दी है। कृष्णा फल का स्वाद मीठा और खट्टा होता है। इस फल में बहुत सारे बीज और गूदा होता है। फूलों की तरह इस फल की भी लगभग 500 प्रजातियाँ हैं। इस फल को खाने से न केवल रक्त शर्करा कम होती है बल्कि मोटापा कम करने में भी मदद मिलती है।
आइये जानते हैं कृष्णा फल / पैशन फ्रूट के फायदे
मधुमेह नियंत्रण में:
पैशन फ्रूट या कृष्णा फल खाने से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इस फल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसलिए, इस फल को खाने से रक्त में शर्करा धीरे-धीरे रिलीज होती है। इसके अलावा इसमें फाइबर भी भरपूर मात्रा में होता है। इससे खाना पचाने में मदद मिलती है। कृष्णा फल शरीर में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।
दिल के लिए अच्छा:
पैशन फ्रूट में पोटेशियम और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। इससे हृदय स्वस्थ रहता है। इसके अलावा इसमें मौजूद फाइबर अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इस फल के बीजों में ऐसे यौगिक होते हैं जो रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद पिसिटानॉल और स्किरप्यूसिन बी हृदय रोगों को दूर रखने में मदद करते हैं।
वजन नियंत्रित रहता है:
पैशन फ्रूट खाने से वजन नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इसमें कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है। इस फल को खाने के बाद पेट काफी देर तक भरा हुआ महसूस होता है। जिससे भूख कम हो जाती है। पैशन फ्रूट में विटामिन ए, सी और बीटा-कैरोटीन जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। कृष्णा फल खाने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, भोजन पचाने में मदद मिलती है और वजन नियंत्रण में रहता है।
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Mon, Jan 27 , 2025, 10:08 PM