Sweet potato: जब सर्दी आती है तो हमारी बीमारियाँ और भी बदतर हो जाती हैं। इसीलिए वे कहते हैं कि सर्दी आने पर अपने स्वास्थ्य (health) का ध्यान रखें। इसलिए, अपने शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए कुछ आवश्यक खाद्य पदार्थों (Foods) का सेवन करना बहुत जरूरी है। इसके लिए सर्दियों में बाजार में आने वाला कंदमूल बहुत फायदेमंद (Kandmool is very beneficial) हो सकता है। यह पौष्टिक शकरकंद है।
सर्दियों का सुपरफूड
शकरकंद विटामिन ए, सी और मैंगनीज से भरपूर होते हैं। शकरकंद कैंसर रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। बाजार में कई प्रकार के शकरकंद उपलब्ध हैं। इसलिए, शकरकंद को सर्दियों का सुपरफूड माना जाता है। शकरकंद खाने से भी कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ (health experts) इस सुपरफूड को अपने आहार में शामिल करने की सलाह देते हैं।
लेकिन कुछ लोग शकरकंद को छिलका हटाकर खाते हैं, जबकि अन्य लोग इसे छिलके सहित खाना पसंद करते हैं। इनमें से कौन सा तरीका आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर है? क्या आपको शकरकंद को छिलके सहित खाना चाहिए या बिना छिलके के? क्या अधिक लाभदायक होगा? आइये देखें कि विशेषज्ञ इस बारे में क्या कहते हैं।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट दीपशिखा जैन ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर इस मामले का एक वीडियो शेयर किया है। यह वीडियो वायरल हो गया है। इस वीडियो में पोषण विशेषज्ञ कहते हैं कि ज्यादातर लोग शकरकंद का छिलका हटाकर खाते हैं। लेकिन ऐसा करने की बजाय इसे छिलके सहित खाना ज्यादा फायदेमंद है।
आपको शकरकंद को छिलके सहित क्यों खाना चाहिए?
फाइबर दीपशिखा जैन कहती हैं, कई लोग वजन कम करने के लिए शकरकंद खाते हैं क्योंकि इनमें फाइबर अधिक होता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराते हैं। इससे आपको भूख नहीं लगती और वजन कम करने में मदद मिलती है।
इसी प्रकार, शकरकंद के छिलकों में शकरकंद की तुलना में अधिक फाइबर होता है। जब आप शकरकंद को छीलकर खाते हैं तो इसमें फाइबर की मात्रा लगभग 50 से 60 प्रतिशत तक कम हो जाती है। ऐसे में शकरकंद को छीलकर खाने की बजाय अगर आप इसे अच्छे से धोकर छिलके सहित खाएं तो ज्यादा फायदेमंद होगा।
पोषक तत्व: फाइबर की तरह, शकरकंद का छिलका भी आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, मैग्नीशियम, पोटेशियम आदि पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। ऐसे में शकरकंद को छीलने के बाद ये पोषक तत्व नहीं मिल पाते।
आंतों का स्वास्थ्य अच्छा बनाए रखता है
दीपशिखा जैन पेट के स्वास्थ्य के लिए शकरकंद को बिना छीले खाने की सलाह देती हैं। पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, 'शकरकंद के छिलके आंत में लाभदायक बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं।'
पाचन क्रिया ठीक है!
सर्दियों में रोजाना शकरकंद खाने से पेट में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ती है और पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है। सर्दियों में त्वचा और बालों से संबंधित समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसलिए शकरकंद खाने से भी इससे राहत मिलती है।
मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा!
इतना ही नहीं, मधुमेह रोगियों को जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए शकरकंद जरूर खाना चाहिए। शकरकंद में मधुमेह रोधी गुण भी होते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 54 है, लेकिन ग्लाइसेमिक लोड केवल 11 है।
इसलिए इसे मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा माना जाता है। शकरकंद में जटिल कार्बोहाइड्रेट होते हैं। परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट की तुलना में इन्हें पचने में अधिक समय लगता है, इसलिए ये रक्त शर्करा को उतनी तेजी से नहीं बढ़ाते तथा ये भरपूर ऊर्जा भी प्रदान करते हैं। लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
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Sun, Dec 29 , 2024, 08:13 PM