Stroke during pregnancy: गर्भावस्था एक खूबसूरत प्रक्रिया है। हालांकि, इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई शारीरिक और हार्मोनल बदलाव होते हैं। इससे शरीर पर अतिरिक्त तनाव पड़ता है। इसके परिणामस्वरूप गर्भावस्था के दौरान स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानते हैं गर्भावस्था में स्ट्रोक का खतरा बढ़ने के कारण और इससे कैसे बचा जाए। फोर्टिस ला फेम अस्पताल, नई दिल्ली के स्त्री रोग एवं प्रसूति रोग विभाग की वरिष्ठ निदेशक डॉ. मीनाक्षी आहूजा ने कहा, “गर्भवती महिलाओं में अन्य महिलाओं की तुलना में स्ट्रोक होने की संभावना तीन गुना अधिक होती है। जैसे-जैसे गर्भावस्था बढ़ती है, महिलाओं का खून गाढ़ा होने लगता है। इससे रक्तचाप बढ़ने की संभावना है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।”
भारत में तीसरी तिमाही की गर्भवती महिलाओं में गर्भकालीन मधुमेह आम है। इस वजह से इस तिमाही में स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इस दौरान महिलाओं को अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान स्ट्रोक के खतरे को कम करने के लिए कुछ चीजें हैं जिनका गर्भावस्था से पहले ध्यान रखना जरूरी है। इनमें अपना वजन नियंत्रण में रखना, नियमित रक्तचाप और रक्त शर्करा की जांच करवाना और धूम्रपान न करना शामिल है। गर्भावस्था के दौरान और गर्भावस्था से पहले धूम्रपान करना खतरनाक है।
गर्भावस्था के दौरान नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार, जंक फूड से दूर रहना और अच्छी जीवनशैली बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा डॉक्टर के पास जाकर स्वास्थ्य जांच कराने से स्ट्रोक के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। देखभाल जिसमें नियमित जांच, स्वस्थ जीवनशैली और उचित आहार शामिल है, स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकता है।
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Mon, Nov 11 , 2024, 09:30 AM