Geeta Updesh: सनातन धर्म में श्रीमद्भगवत गीता (Shrimad Bhagwat Geeta) को महत्वपूर्ण माना जाता है, जिसमें धर्म, कर्म और ज्ञान के बारे में विस्तार से चर्चा की गई है। महाभारत का युद्ध धर्म और अधर्म के बीच था, दोनों पक्ष एक ही परिवार के थे। इस समय धनुर्धर अर्जुन अपने ही लोगों के विरुद्ध शस्त्र उठाने से पहले बहुत सी बातें सोच रहे थे। उनका मनोबल टूट रहा था. इससे उबरने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें कुरूक्षेत्र की रणभूमि में विश्वरूप का दर्शन कराकर गीता का ज्ञान दिया। उन्होंने अर्जुन को मानव जीवन का संपूर्ण रहस्य बता दिया, जिसके बाद अर्जुन की दुविधा समाप्त हो गई। इसके बाद युद्ध में पांडवों की जीत हुई।
गीता के उपदेशों में बताई गई सभी बातों का अपना-अपना महत्व है, इन्हें अपने जीवन में उतारने वाला हर व्यक्ति एक आदर्श और नेक इंसान बन जाता है। साथ ही उन्हें भगवान का आशीर्वाद भी मिलता है। संस्कृत में लिखित इस पुस्तक में कुल 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं। आज हम आपको भगवान श्रीकृष्ण द्वारा दी गई 3 ऐसी जीवन शिक्षाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें लोगों को जरूर सीखना चाहिए। नहीं तो आपको भविष्य में नुकसान हो सकता है। आइए विस्तार से जानें...
3 जीवन सबक
> भगवान कृष्ण ने गीता प्रवचन में कहा था कि कभी भी किसी दूसरे से कोई अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए क्योंकि उम्मीद एक ऐसी चीज़ है जिसके टूटने पर इंसान अंदर से टूट जाता है। इसलिए किसी पर भरोसा न करें और न ही पूरी तरह निर्भर रहें। इसके बजाय, आत्मनिर्भर बनें। इससे यह सुनिश्चित होगा कि आप कभी दुखी नहीं होंगे और अपना जीवन पूर्णता से जिएंगे।
> गीता के उपदेश में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि व्यक्ति को किसी भी विपरीत परिस्थिति में सकारात्मक रहना चाहिए। नकारात्मकता व्यक्ति को गलत रास्ते पर ले जाती है। इससे आपको नुकसान हो सकता है। कई बार लोग नकारात्मकता के कारण कई चीजें छोड़ देते हैं, इसलिए कभी भी खुद को नकारात्मक न होने दें। ऐसे में भगवान भी आपसे दुखी हो जाते हैं। साथ ही वह आपसे नाराज होकर आपका घर छोड़कर चला जाता है। साथ ही सकारात्मक और खुश लोगों पर भगवान की कृपा भी हमेशा बनी रहती है।
> भगवान कृष्ण के अनुसार, यदि आप अच्छा समय बिता रहे हैं तो स्वार्थी या मतलबी न बनें। क्योंकि समय का चक्र बड़ा अनोखा है। यदि यह आज आपका है, तो कल यह किसी और का होगा। इसलिए स्वार्थ आपके जीवन को बर्बाद कर सकता है। हमेशा सबके साथ अच्छा व्यवहार करें। स्वार्थी स्वभाव ही मनुष्य के विनाश का मार्ग है। इस रास्ते पर न चलें और एक बेहतर और बेहतर इंसान बनने का प्रयास करें। जिससे आपको समाज में सम्मान मिलेगा।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Mon, Nov 11 , 2024, 09:45 AM