... मैं धार्मिक निर्माण के लिए दान नहीं देना चाहती; विद्या बालन ने बताई वजह

Fri, Apr 26, 2024, 02:32

Source : Hamara Mahanagar Desk

मुंबई. अभिनेत्री विद्या बालन (Actress Vidya Balan) ने कहा कि भारत में धर्म के मामले में तेजी से ध्रुवीकरण हो गया है और लोग अब ऐसी किसी चीज की तलाश में हैं जो उन्हें पहचान दे। उन्होंने यह भी कहा कि पहले इस देश की कोई धार्मिक पहचान (religious identity) नहीं थी, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। हाल ही में एक इंटरव्यू में विद्या ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की। एक सवाल पूछा गया था कि क्या आपको लगता है कि देश में धर्म के मामले में ध्रुवीकरण बढ़ा (Polarization of religion) है? इस पर विद्या ने अपनी स्पष्ट राय व्यक्त की। 

एक इंटरव्यू में विद्या ने कहा, ''मुझे लगता है कि हम निश्चित रूप से विभाजित हैं। एक राष्ट्र के रूप में हमारी पहले कोई धार्मिक पहचान नहीं थी। लेकिन अब क्या आप नहीं जानते.. ये सिर्फ राजनीति की वजह से नहीं बल्कि सोशल मीडिया की वजह से भी है। क्योंकि हम सभी इस दुनिया में खोए हुए हैं और खुद को ढूंढ रहे हैं। दरअसल, हम खुद को इस रूप में नहीं जानते हैं। इसलिए हम खुद को जोड़ने के लिए ऐसी चीजों की तलाश कर रहे हैं।' तो सब कुछ हो गया। चाहे धर्म हो या अब खुली आंखें, लोग कहते हैं मैं ये हूं, मैं वो हूं। लेकिन आप यह भी नहीं जानते कि आप वास्तव में कौन हैं। इसीलिए आप ऐसी चीजों की ओर प्रवृत्त होते हैं या जाते हैं। हम सभी को अपनेपन की भावना की आवश्यकता है और इस दुनिया में सोशल मीडिया के प्रसार ने हमें पहले से कहीं अधिक अलग-थलग कर दिया है। इसलिए सतही स्तर पर हम आसानी से खुद को विचारों और अवधारणाओं से जोड़ रहे हैं। आज विश्व का ध्रुवीकरण केवल एक देश तक ही सीमित नहीं है।”

इस इंटरव्यू में विद्या ने यह भी साफ किया कि वह कभी भी धार्मिक इमारतों के लिए दान नहीं देती हैं। धार्मिक निर्माण के लिए धन मांगने वालों को वह कभी दान नहीं देती। इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, ''इसके बजाय, मैं स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता और शिक्षा को वित्तपोषित करूंगी। मैं खुद बहुत धार्मिक हूं, हर दिन पूजा करती हूं। लेकिन मैं धार्मिक निर्माण के लिए दान नहीं देना चाहती।”

जब विद्या से पूछा गया कि वह परोपकार के किस क्षेत्र में काम करना चाहेंगी? उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य, स्वच्छता और शिक्षा। यदि कोई व्यक्ति मुझसे किसी धार्मिक भवन के निर्माण के लिए दान मांगता है, चाहे वह कुछ भी हो.. तो मैं उसे कभी दान नहीं देती। मैं उनसे कहती हूं, अगर आप अस्पताल, स्कूल या शौचालय बनवाएंगे तो मैं खुशी-खुशी योगदान दूंगी। लेकिन धार्मिक संस्थाएँ नहीं।”

Latest Updates

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups