माफ़ी मांगने के बाद विवाद स्थल पर है शान्ति - देवेंद्र फडणवीस
मामले की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी की एक महीने में आएगी रिपोर्ट
मुंबई। महाराष्ट्र विधि मंडल मानसून सत्र (monsoon session) के दूसरे सप्ताह के पहले दिन विधान परिषद में त्र्यंबकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Temple) का मुद्दा गुंजा। गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि मई 2023 में नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में प्रवेश को लेकर दो समुदाय के बीच हुए विवाद का मामला अब पूरी तरह शांति है.मंदिर के पास एक विशेष समाज के लोगो की मिरवणूक से दरवाजा तक जुलूस निकालने की परंपरा ऐसा उनका कहना है लेकिन वहां के कुछ स्थानीय लोगो का कहना है कि ऐसी कोई परंपरा नहीं है.सोमवार को विधान परिषद में प्रश्नकाल के दौरान राकांपा विधायक शशिकांत शिंदे ने मई 2022 में त्र्यम्बकेश्वर मंदिर में घटी घटना का मुद्दा जोर शोर से उठाया था इसके जवाब में गृहमंत्री बोल रहे थे.देवेंद्र फडणवीस ने सदन को सविस्तार से घटना की जानकारी देते हुए बताया कि साल 2022 में एक विशेष समाज के लोगो ने मिरवणूक से मंदिर के दरवाजे तक जुलूस निकाला था जुलूस निकालते समय कई युवकों ने मंदिर में घुसने की कोशिश की सेल्फी और वीडियो बनाया। इस घटना के कुछ वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मंदिर के ट्रस्टी ने पुलिस स्टेशन में जाकर इसकी शिकायत दर्ज कराई .सोशल मीडिया मे वीडियो वायरल होने के बाद दो समुदाय में तनाव बढ़ा गया। इसके बाद दोनों पक्ष के बीच बैठक इसमें सेल्फी और वीडियो बनाने वाले लोगो ने दूसरे पक्ष से माफ़ी मांग ली है.इस कारण वहां मामला पूरी तरह शान्ति है.सरकार मामला बढ़ता देख मामले के जांच के लिए अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) रैंक का एक अधिकारी की अध्यक्षत में एसआईटी गठित की गई है.लेकिन अब तक जांच की रिपोर्ट आई नहीं है.जिन लोगो के खिलाफ सीआरपीसी 41 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है नियमानुसार उन्हें नोटिस भेजा गया है.उनसे पूछताछ की जा रही है.फडणवीस ने सदन को बताया की अपनी शिकायत में ट्रस्टी ने कहा है कि मंदिर के पास जुलूस निकालने की कोई परंपरा नहीं है.अब तो जांच के बाद पता चलेगा की जुलूस निकालने की कोई परंपरा है या नहीं।
एक महीने के भीतर आएगी रिपोर्ट
गृहमंत्री फडणवीस ने सदन को बताया कि बीते मई महीने में त्र्यम्बकेश्वर मंदिर में दो विशेष समाज में हुए विवाद की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी की रिपोर्ट एक महीने के भीतर आएगी रिपोर्ट आने के बाद सार्वजनिक किया जाएगा। फडणवीस ने कहा कि मंदिर के ट्रस्टियों की नियुक्ति चैरिटी आयुक्त द्वारा की जाती है। इसमें सरकारी अधिकारी भी हैं. अगर वे शिकायत देते हैं तो उस पर संज्ञान लेना सरकार का काम है. परंपरा के नाम पर कोई भ्रम नहीं फैलाया जा सकता. सभी को एक-दूसरे के धर्म पर आस्था रखनी चाहिए। तभी संविधान द्वारा दिये गये अधिकारों का सही ढंग से पालन हो सकेगा। मामले की जांच की जा रही है और पूरी तरह शांति है. फडणवीस ने कहा कि सरकार किसी धर्म, जाति और परंपरा के खिलाफ नहीं है लेकिन परंपरा के नाम पर अगर कोई नृत्य करेगा और इससे धार्मिक तनाव बढ़ेगा तो यह राज्य के लिए ठीक नहीं है. गृहमंत्री ने कहा कि . इससे बेहतर क्या होगा कि हिंदू और मुसलमान एक-दूसरे का ख्याल रखें? लेकिन अगर कहीं परंपरा के नाम पर कुप्रथा चल रही है तो हमें दोनों पक्षों की भावनाओं को समझना होगा। किसी ने कहा कि हम मस्जिद के सामने जाकर नाचना चाहते हैं, यह मेरा विश्वास है, लेकिन ऐसा विश्वास बेकार है। क्योंकि वे कहते हैं कि आप नृत्य नहीं कर सकते। इससे केवल धार्मिक तनाव पैदा होगा” इस चर्चा में कपिल पाटिल,कांग्रेस सदस्य भाई जगताप, अनिल परब सहित अन्य सदस्यों ने हिस्सा लिया।
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Mon, Jul 24 , 2023, 07:02 AM