चहल की चाह पर सरकार ने फेरा पानी 

Sun, May 07 , 2023, 07:51 AM

Source : Hamara Mahanagar Desk

पद्मश्री पाने के लिए खुद किया आवेदन 
सरकारी अधिकारी का हवाला देते हुए सरकार आवेदन को किया खारिज 
मुंबई।
देश के विभिन्न क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्ति को केंद्र सरकार की तरफ पद्मश्री  पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है.इसी कड़ी में कोरोना काल के किए महत्वपूर्ण काम को लेकर मुंबई मनपा आयुक्त इक़बाल सिंह चहल (Iqbal Singh Chahal) ने खुद पदम्श्री पुरस्कार पाने को लेकर आवेदन किया था. हालांकि, केंद्र सरकार के नियमों के मुताबिक, सरकारी सेवा में कार्यरत या सेवा से सेवानिवृत्त लोगों की पद्मश्री  पुरस्कार के लिए सिफारिश नहीं की जाती सकती है.इसलिए राज्य सरकार ने चहल के सिफारिश को  खारिज कर दिया है। दिलचस्प बात यह है कि अरण्य ऋषि डॉ. मारुति चितमपल्ली को भी इस मामले में झटका लगा है.कोरोना महामारी के दौरान राज्य की स्वास्थ्य विभाग ने अच्छा काम किया खास कर मुंबई मनपा ने जिसकी देश नहीं पूरे दुनिया भर  में चर्चा हुई.भले ही मुंबई  शहर में कोरोना के लाखों मरीज  थे लेकिन उनके देखभाल को लेकर मनपा ने  ऑक्सीजन की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करने की योजना बनाई थी। इस मॉडल की सुप्रीम कोर्ट ने सराहना की थी। चहल ने कोरोना काल में जन-जागरूकता के लिए पद्मश्री  पुरस्कार पाने के लिए आवेदन किया था। राज्य सरकार  ने चहल के आवेदन को सरकारी अधिकारी का हवाला देते हुए  केंद्र सरकार के पास आवेदन को भेजने से इनकार  दिया।  इससे पहले 2022 में भी मनपा आयुक्त इक़बाल सिंह चहल ने पुरस्कार के लिए  आवेदन किया था उस समय सरकार ने आवेदन करने में देरी का हवाला देते हुए आवेदन को ख़ारिज कर दिया था.

डॉ. अरण्य ऋषि  मारुती चितमपल्ली को भी लगा झटका 
प्रकृति  और पक्षी संरक्षण में अहम भूमिका निभाने वाले डॉ. अरण्य ऋषि  मारुती चितमपल्ली (Dr. Aranya Rishi Maruti Chitampalli) को पद्मश्री  पुरस्कार के दी जाए इसके लिए 2023 में वर्धा के बहार नेचर फाउंडेशन ने सरकार से सिफारिश की थी.इसके पहले भी  उनके नाम की पहले भी कई बार सिफारिश की जा चुकी है, लेकिन उन्हें पुरस्कार से वंचित कर दिया गया है क्योंकि वे केवल एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी हैं।सरकारी नियमों के अनुसार, पावर लिफ्टिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करने वाले सेवानिवृत्त अधिकारी सतीश पठाडे, सेवानिवृत्त सेना अधिकारी अखाराम शिंदे, मैराथन, एथलेटिक्स, साथ ही कवियों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। सुरेश धुले, लेखक रामचंद्र जंगले, भरतनाट्यम नृत्य कलाकार शतावरी वैद्य को केवल इसलिए पुरस्कार से वंचित कर दिया गया है क्योंकि वे सरकारी सेवा में हैं या सेवानिवृत्त हैं। इस संबंध में राज्य के संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि सूची केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार तैयार की गई थी.सरकार की सिफारिशों में से वर्ष के पद्म श्री पुरस्कारों के लिए केवल तीन की सिफारिश की गई थी. हालांकि महाराष्ट्र में दिए जाने वाले 9 पद्म पुरस्कारों में भिकू रामजी इदाते, डॉ. परशुराम खुने, रवीना टंडन को सम्मानित किया गया।

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