० दोनों के बीच हुई राम-राम, हाय हेलो
० सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू
मुंबई। गुरुवार को महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र का कामकाज शुरू होने से पूर्व उद्धव ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस (Fadnavis) ने विधानभवन परिसर में एक साथ प्रवेश किया और मुस्कुराते हुए एक दूसरे से बातचीत भी की। इससे सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई। उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के खिलाफ एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद पिछले 9 माह से जारी राजनीतिक सत्ता संघर्ष में कभी एक दूसरे के दोस्त रहे देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे के रिश्तों में भारी खटास पैदा हो गई है। दोनों नेता एक दूसरे टिप्पणी भी की। हालांकि कई दिनों के बाद दोनों हंसते हुए बातचीत करते नजर आए।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि पहले खुलापन था। अब कहा जाता है कि बंद दरवाजे की चर्चा फलदायी होती है। कभी हमारी (फडणवीस के साथ) बंद दरवाजे के भीतर चर्चा हुई, तब इस बारे में बातचीत करेंगे। उन्होंने और मैंने एक साथ गेट से प्रवेश किया, उस वक्त हमारे बीच राम-राम, हैलो हुआ। अब क्या आज किसी को हाय हेलो कहना पाप हो गया है? क्या किसी मकसद के साथ ही ऐसा करना चाहिए है?
राजनीतिक सत्ता संघर्ष की वजह से उद्धव ठाकरे और भाजपा के बीच बहुत कड़वाहट पैदा हो गई है। ऐसे में उद्धव ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस के आपस में हंसते हुए बात करने से कई लोगों को आश्चर्य हो रहा है। लिहाजा विधानभवन परिसर में हुई इस घटना की राजनीतिक हलकों में खूब चर्चा हो रही है, लेकिन इस घटना से शिंदे गुट के कान जरूर खड़े हो गए होंगे। राकांपा विधायक रोहित पवार ने कहा कि दोनों नेताओं का एक साथ आना एक संयोग है। इस पर राजनीतिक चर्चा जरूर होगी। हमारे लिए यह चिंता करने की बात नहीं है। देवेंद्र फडणवीस के साथ जो दूसरा गुट है, उसे चिंता करने की जरूरत है। मैं केवल इतना कहूंगा कि यह एक संयोग है, इस पर राजनीतिक टिप्पणी करने की कोई आवश्यकता नहीं है। दो दिन पहले विधानसभा में देवेंद्र फडणवीस और आदित्य ठाकरे के बीच शादी को लेकर मजेदार संवाद हुआ था। विधायक बच्चू कडू की बात को पकड़ते हुए फडणवीस ने कहा था कि सरकार आदित्य ठाकरे की शादी की जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार है। इस पर आदित्य ठाकरे ने तत्काल कहा कि क्या यह अलग राजनीतिक धमकी है? हमारे साथ बैठो अन्यथा शादी करा देंगे। इस पर फडणवीस ने कहा कि किसी का भी मुंह बंद कराने का उत्तम उपाय अर्थात शादी है। मैं अनुभव से बोल रहा हूं। फडणवीस के यह बोलने पर सदन में हंसी का ठहाका गूंज उठा था।
राज ठाकरे का वही पुराना रिकॉर्ड
मनसे प्रमुख राज ठाकरे के गुढीपाडवा रैली में दिए बयान पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैंने उनका भाषण नहीं सुना है, लेकिन उनका वही पुराना रिकॉर्ड है, जो पिछले आठ साल से दोहराया जा रहा है। मैंने पिछले साल बीकेसी की सभा में मैंने उन्हें (राज ठाकरे) मुन्नाभाई एमबीबीएस फिल्म के एक किरदार की उपाधि दी थी, वो बिल्कुल वैसे ही हैं। ठाकरे विधान भवन में मराठी भाषा विभाग की बैठक में भाग लेने पहुंचे थे। राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि उद्धव नहीं चाहते थे कि कोई बड़ा आदमी पार्टी में रहे, ऐसे में मुझे और नारायण राणे को शिवसेना छोड़नी पड़ी। राज ने कहा था कि शिवसेना का धनुष बाण केवल बालासाहेब ठाकरे ही संभाल सकते थे।
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Thu, Mar 23 , 2023, 06:52 AM