Cloudburst In Chamoli: चमोली के थराली में बादल फटने से व्यापक तबाही! कई लोगों के लापता होने की आशंका; राहत और बचाव कार्य में जुटीं SDRF टीमें

Sat, Aug 23 , 2025, 12:57 PM

Source : Hamara Mahanagar Desk

चमोली: चमोली ज़िले के थराली क्षेत्र में बादल फटने (cloudburst in Tharali area) से भारी तबाही हुई है। थराली बाज़ार(Tharali market), तहसील परिसर और कई घरों में मलबा घुस गया, जिससे कई वाहन क्षतिग्रस्त (damaging several vehicles) हो गए। रिपोर्ट के अनुसार, सागवाड़ा गाँव में एक बच्ची की मौत हो गई और एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है। थराली-ग्वालदम और थराली-सागवाड़ा मार्ग (Tharali-Gwaldam and Tharali-Sagwara roads) अभी भी अवरुद्ध हैं। एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य कर रही हैं।

 

 

चमोली के ज़िलाधीश संदीप तिवारी ने कहा, "चमोली की थराली तहसील में कल रात बादल फटने से काफ़ी नुकसान होने की आशंका है। बादल फटने से काफ़ी मलबा आया है, जिससे एसडीएम आवास समेत कई घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।" उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने X पर लिखा, "कल देर रात चमोली ज़िले के थराली क्षेत्र में बादल फटने की दुखद सूचना मिली। ज़िला प्रशासन, एसडीआरएफ़ और पुलिस मौके पर पहुँचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई है। इस संबंध में, मैं स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में हूँ और व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नज़र रख रहा हूँ। मैं ईश्वर से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूँ।"

 

 

मौसम विभाग के अनुसार, "अगले 24 घंटों में (22.8.2025, दोपहर 2:05 बजे से 23.8.2025, दोपहर 2:05 बजे तक ऑरेंज अलर्ट) देहरादून, टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, अल्मोड़ा और उधमसिंह नगर के विभिन्न स्थानों जैसे कोटद्वार, ऋषिकेश, गंगोत्री, काशीपुर, केदारनाथ, जोशीमठ, मसूरी, मुनस्यारी, लोहाघाट, रानीखेत, खटीमा और आसपास के क्षेत्रों में गरज/बिजली गिरने और अत्यधिक तीव्र वर्षा होने की संभावना है।"

ऑरेंज अलर्ट तब जारी किया जाता है जब भारी वर्षा की आशंका हो, जो आमतौर पर 24 घंटों के भीतर 115.6 मिमी से अधिक और 204.4 मिमी तक हो सकती है। इसके अलावा, उत्तरकाशी जिला प्रशासन यमुना नदी में मलबे के कारण स्यानाचट्टी में बनी अस्थायी झील को खोलने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। इन प्रयासों का नेतृत्व ज़िला मजिस्ट्रेट प्रशांत आर्य कर रहे हैं, जिन्होंने निवासियों को आश्वासन दिया है कि झील का पानी जल्द ही सूख जाएगा और सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), अग्निशमन विभाग और सिंचाई विभाग की टीमें झील में राफ्ट की मदद से बचाव कार्य स्थल पर पहुँच गई हैं। प्रगति के बावजूद, दलदली परिस्थितियों के कारण अभी तक पूर्ण चैनलाइज़ेशन नहीं हो पाया है, जिससे राहत और बचाव दल को वैकल्पिक विकल्पों पर विचार करना पड़ रहा है।

चमोली के एडीएम विवेक प्रकाश ने कहा, "बाढ़ के कारण बहुत नुकसान हुआ है। कविता नाम की एक 20 वर्षीय महिला दब गई है और जोशी नाम का एक व्यक्ति लापता है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें कल रात घटनास्थल पर पहुँच गईं। बाढ़ के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन राहत कार्य में लगा हुआ है। इसके अलावा, हमने राहत शिविर भी स्थापित किए हैं। ज़िला मजिस्ट्रेट सुबह जल्दी निकलकर घटनास्थल पर पहुँच गए हैं और वहाँ राहत कार्य जारी है।"

इस बीच, उत्तरकाशी ज़िले के स्यानाचट्टी में अस्थायी झील का जलस्तर काफ़ी कम होने के बाद स्थिति सामान्य हो रही है और प्रशासन के निरंतर प्रयासों से यमुना पर बना पुल दिखाई देने लगा है। ज़िले के मजिस्ट्रेट प्रशांत आर्य शुक्रवार से ही इलाके में मौजूद हैं और चल रहे काम पर नज़र रख रहे हैं। प्रशासन ने बताया कि झील का जलस्तर काफ़ी कम हो गया है। ज़िला प्रशासन, यमुना नदी में आए मलबे के कारण स्यानाचट्टी में बनी अस्थायी झील को खोलने के लिए काम कर रहा है। ज़िला मजिस्ट्रेट प्रशांत आर्य के नेतृत्व में इस काम में तेज़ी दिखाई दे रही है। आर्य ने निवासियों को जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

Latest Updates

Latest Movie News

Get In Touch

Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.

Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265

info@hamaramahanagar.net

Follow Us

© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups