रियासी: भूमि एवं संपत्ति अभिलेख प्रबंधन के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, रियासी की उपायुक्त निधि मलिक ने अतिरिक्त महानिरीक्षक पंजीकरण (एआईजीआर) पंकज गुप्ता के साथ मिलकर आज रियासी के रजिस्ट्रार कार्यालय में जम्मू-कश्मीर में पहली बार विरासत अभिलेखों के डिजिटलीकरण/स्कैनिंग/अपलोडिंग की प्रक्रिया का उद्घाटन किया।
इस पहल के तहत, 1995 से 2020 तक के भूमि एवं पंजीकरण अभिलेखों को राष्ट्रीय सामान्य दस्तावेज़ पंजीकरण प्रणाली (एनजीडीआरएस) के अनुकूल प्रारूप में डिजिटल किया जाएगा। यह कार्यक्रम आईजीआर डॉ. बशीर अहमद भट के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर पंजीकरण विभाग द्वारा प्रस्तावित है। यह प्रयास डिजिटल इंडिया भूमि अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम (डीआईएलआरएमपी) का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भूमि संबंधी सेवाओं में अधिक पारदर्शिता, सटीकता और पहुँच लाना है।
शुभारंभ के दौरान, उपायुक्त ने संपूर्ण डिजिटलीकरण प्रक्रिया की समीक्षा की और उन्हें बताया गया कि यह कार्य अगले दो से तीन महीनों में पूरा होने की उम्मीद है। अंतिम रूप दिए जाने के बाद, डिजिटल रिकॉर्ड को एनजीडीआरएस के साथ सहजता से एकीकृत कर दिया जाएगा, जिससे ऑनलाइन पहुँच आसान हो जाएगी और मैन्युअल दस्तावेज़ीकरण पर निर्भरता कम होगी।
Mahanagar Media Network Pvt.Ltd.
Sudhir Dalvi: +91 99673 72787
Manohar Naik:+91 98922 40773
Neeta Gotad - : +91 91679 69275
Sandip Sabale - : +91 91678 87265
info@hamaramahanagar.net
© Hamara Mahanagar. All Rights Reserved. Design by AMD Groups
Tue, Aug 05 , 2025, 08:35 AM