Health tips: जब मानसून की बात आती है तो बीमारियां निमंत्रण बनकर आती हैं। अगर आप कुछ गलत खाते हैं तो आप तुरंत बीमार पड़ जाते हैं, गले में खराश से लेकर बुखार और कभी-कभी डायरिया, जी मिचलाना और कई अन्य बीमारियां भी हो सकती हैं। मानसून में बाहर का खाना खाने की इच्छा होती है। लेकिन इससे आपकी सेहत (health) भी खराब होती है। किडनी और दिल की बीमारी वाले लोगों को खास ख्याल रखना जरूरी है। नमी, संक्रमण और खाने में छोटी सी गलती उनके लिए बड़ा खतरा बन सकती है। ऐसे में इस बात पर ध्यान देना बहुत जरूरी है कि मानसून में क्या खाएं और क्या नहीं।
नमक की मात्रा सीमित करें!
राजीव गांधी अस्पताल (Rajiv Gandhi Hospital) में कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. अजीत जैन (Dr. Ajit Jain)बताते हैं कि सबसे पहले नमक का ख्याल आता है। डॉक्टरों के मुताबिक, इस मौसम में दिल और किडनी के मरीजों को नमक का सेवन सीमित करना चाहिए। ज्यादा नमक शरीर में पानी को बनाए रखता है, जिससे सूजन, हाई ब्लड प्रेशर और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इससे किडनी ज्यादा थक जाती है और दिल पर दबाव बढ़ता है।
तला हुआ खाना खाने से बचें
मानसून आते ही खाने के शौकीनों को पकौड़े, समोसे और तला हुआ खाना बहुत पसंद आता है। लेकिन तला हुआ और स्ट्रीट फूड दिल और किडनी के मरीजों के लिए जहर की तरह हो सकता है। इनमें मौजूद ट्रांस फैट और अधिक नमक शरीर में सूजन और कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। बाहर खाने से संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है।
ये खाद्य पदार्थ पाचन तंत्र को कमजोर करेंगे
इसी तरह, चिप्स, नूडल्स, सॉसेज या डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ जैसे प्रोसेस्ड फूड सोडियम और प्रिजर्वेटिव से भरे होते हैं। ये खाद्य पदार्थ किडनी की फिल्टरिंग क्षमता को कमजोर करते हैं और दिल को नुकसान पहुंचा सकते हैं। मानसून में पाचन क्रिया भी कमजोर होती है, इसलिए इनके सेवन से पूरी तरह बचना चाहिए।
इस फल का सेवन करने से बचें!
लोग अक्सर सोचते हैं कि फल खाना सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन तरबूज, नारियल पानी जैसे कुछ फलों में तरल पदार्थ की मात्रा अधिक होती है। किडनी के मरीजों को डॉक्टर के निर्देशानुसार तरल पदार्थ की मात्रा को नियंत्रित रखना चाहिए, नहीं तो शरीर में पानी जमा हो सकता है जिससे सूजन या सांस लेने में दिक्कत जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। मानसून में खुले में कटे हुए फल और सब्जियां खाना भी खतरनाक है। इससे फूड पॉइजनिंग या संक्रमण हो सकता है, जो हृदय और किडनी के रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है, क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले से ही कमजोर होती है।
तो मानसून में हृदय और किडनी के रोगियों को क्या खाना चाहिए?
डॉ. जैन कहते हैं कि मिल्क थीस्ल और शेवगा जैसी हल्की पकी और उबली हुई सब्जियाँ फायदेमंद होती हैं। ओटमील, ओट्स और ब्राउन राइस जैसे फाइबर युक्त अनाज पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखते हैं। हल्दी, अदरक और लहसुन जैसे घर के बने मसाले रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
कुल मिलाकर, मानसून में हृदय और किडनी के रोगियों को अपने खान-पान को लेकर बहुत सावधान रहना चाहिए। जितना हो सके बाहर का खाना, अधिक नमक, तला हुआ और प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें। थोड़ी सावधानी बरतना और डॉक्टर की सलाह का पालन करना जरूरी है। अगर अचानक सूजन, सांस फूलना या थकान जैसी समस्या हो तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।
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Sun, Jul 06 , 2025, 09:34 PM