Rules for filling a cheque : कई बार आपने भी बैंक में या किसी को चेक देते समय चेक के पीछे साइन किए होंगे। लेकिन बहुत से लोग नहीं जानते कि ऐसा क्यों किया जाता है। आज के डिजिटल युग में भले ही बहुत से लेन-देन ऑनलाइन किए जाते हों, लेकिन कई बड़े लेन-देन (transactions) में अभी भी चेक का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन चेक से जुड़ा एक सवाल बहुत से लोगों के मन में आता है। लेकिन बहुत से लोगों को इसका जवाब नहीं पता। वो ये कि आप चेक के पीछे साइन क्यों करते हैं या कब करते हैं?
चेक की बात करें तो हर कोई करता है और ये एक तरीका है, इसलिए लोग चेक के पीछे साइन करते हैं। लेकिन शायद ही कोई इसका सही मतलब और ज़रूरत जानता हो। चेक के पीछे साइन कब करें? कुछ लोग हर चेक के पीछे हस्ताक्षर करते हैं, जबकि कुछ लोग ऐसा कभी नहीं करते। लेकिन सच यह है कि चेक के पीछे हस्ताक्षर करने की ज़रूरत चेक के प्रकार और उसका भुगतान कौन कर रहा है, इस पर निर्भर करती है। तो आइए समझते हैं कि किस तरह के चेक के पीछे हस्ताक्षर की ज़रूरत होती है और इसके पीछे क्या कारण है।
चेक के दो मुख्य प्रकार
1. बियरर चेक: यह सबसे आम लेकिन जोखिम भरा चेक है। इसमें चेक पर भुगतान किया गया पैसा चेक पर नामित व्यक्ति के साथ-साथ उसकी जगह कोई और भी ले सकता है। इसलिए, इसमें बैंक सुरक्षा और पहचान के लिए चेक के पीछे हस्ताक्षर लेता है।
2. अकाउंट पेई चेक: इस प्रकार को सबसे सुरक्षित माना जाता है। इसमें चेक के ऊपरी बाएँ कोने में दो समानांतर रेखाएँ (//) खींची जाती हैं और "अकाउंट पेई ओनली" लिखा होता है। इसमें पैसा सिर्फ़ संबंधित व्यक्ति के खाते में जाता है, इसलिए पीछे हस्ताक्षर करने की ज़रूरत नहीं होती।
चेक के पीछे कब हस्ताक्षर करने चाहिए?
RBI के नियमों के अनुसार, चेक के पीछे हस्ताक्षर केवल बियरर चेक के मामले में अनिवार्य है। यानी, अगर आप बैंक में किसी दूसरे नाम से बियरर चेक जमा करते हैं, तो बैंक आपकी पहचान सत्यापित करने और रिकॉर्ड रखने के लिए पीछे हस्ताक्षर लेता है। कई बार, अगर आप अपने नाम से बियरर चेक जमा करने जाते हैं, तो बैंक कर्मचारी आपसे पीछे हस्ताक्षर करवा सकता है। यह एक तरह की स्वीकृति है कि आपको पैसे मिल गए हैं।
पीछे हस्ताक्षर क्यों ज़रूरी है?
बैंक चेक की सुरक्षा और रिकॉर्ड रखने के लिए पीछे हस्ताक्षर करता है। यह हस्ताक्षर लेन-देन का रिकॉर्ड होता है और यह भी कि पैसे किसने दिए। अगर भविष्य में कोई विवाद होता है या चेक खो जाता है, तो बैंक यह दिखा सकता है कि पैसे किसे दिए गए। ध्यान में रखने के लिए बुनियादी सुरक्षा उपाय क्या हैं? - अगर संभव हो तो अकाउंट पेयी चेक का इस्तेमाल करें, ताकि पैसे सही खाते में जाएं। - बियरर चेक से बचें, क्योंकि अगर यह खो जाता है, तो कोई भी इसका दुरुपयोग कर सकता है। -चेक के पीछे हस्ताक्षर करने से पहले, चेक का प्रकार और आप किसके लिए भुगतान कर रहे हैं, यह समझ लें। अंत में, एक सलाह - हस्ताक्षर करने से पहले समझें। चेक से निपटने में हर चीज़ के प्रति सावधान रहें। गलत हस्ताक्षर आपके पैसे को जोखिम में डाल सकते हैं।
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Sat, Jun 14 , 2025, 03:28 PM